पंचकूला- हरियाणा कला परिषद अंबाला मण्डल व ए आर मेलोडीज के संयुक्त (Lata Mangeshkar) तत्वावधान में स्वर सम्राज्ञी महान लता मंगेशकर की पहली पुण्यतिथि पर ‘मेरी आवाज ही पहचान है’ कार्यक्रम का आयोजन भारत विकास परिषद भवन पंचकुला में किया गया, जिसका शुभारंभ हरियाणा के सूचना जन संपर्क एवं भाषा विभाग के प्रधान सचिव अनुराग अग्रवाल ने परंपरागत दीप प्रज्जवलित कर किया।
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इस अवसर पर अनुराग अग्रवाल ने कलाकारों की सराहना करते हुए कहा कि लता मंगेशकर सुरों की मलिक्का चाहे आज हमारे बीच नहीं हैं (Lata Mangeshkar) परंतु फिर भी उनके द्वारा गाये हुए गीत आज भी सभी मन में गुनगुनाते हैं। मंचों पर मंगलवार को भी उनके गाये हुए गीत गाये जा रहे हैं।
इस मौके पर पर ट्राइसिटी के कलाकारों द्वारा भावपूर्ण व मधुर गीत प्रस्तुत किए गए, जिनमें जसप्रीत जस्सल की एक राधा एक मीरा, श्वेता की आ भी जा, दीती की अजीब दास्तां है ये, पुष्पा सक्सेना की आजा रे परदेसी, डॉ एसएस प्रसाद और रंजू प्रसाद की एक मंजिल राही दो शामिल हैं। (Lata Mangeshkar) डॉ. अनिल शर्मा और हरलीन ने मेरे यार शब्बा खैर, विकास सोढा और श्वेता द्वारा तुझे देखा तो जाना सनम इत्यादि गीतों के माध्यम से स्वर्गीय लता मंगेशकर जी को स्वरों से सजी सुरमयी श्रद्धांजलि दी।
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संस्कार भारती पंचकुला इकाई द्वारा आयोजन में सहयोग किया गया। (Lata Mangeshkar) संगीत की व्यवस्था डॉ. अरुण कांत ने की थी। इस अवसर पर एसीपी सुश्री ममता सोढा, नागेंद्र शर्मा, अतिरिक्त निदेशक, हरियाणा कला परिषद, कमल अरोड़ा, संस्कार भारती से सतीश अवस्थी, नवीन शर्मा, निर्मोही, कमल अरोड़ा जी, व अन्य गणमान्य भी उपस्थित थे।