डेराबस्सी। Raid in Police Station: डेराबस्सी से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने शुक्रवार रात मुबारकपुर थाने में अचानक रेड की (Raid in Police Station)। रेड के दौरान चौकी प्रभारी गुलशन कुमार व उसके साथी चौकी में शराब पीते रंगे हाथों पकड़े गए। हलका विधायक ने मौके की वीडियोग्राफी भी करवाई। उन्होंने चौकी प्रभारी को फटकार लगाई और पूछा कि अगर कानून रक्षा करने वाले ही कानून तोड़ने लगे तो देश का क्या होगा। चौकी प्रभारी गुलशन ने पहले तो सफाई देने का प्रयास किया लेकिन बाद में बच्चों के भविष्य का वास्ता देते हुए माफी मांगी। विधायक रंधावा ने डीएसपी डेराबस्सी गुरबख्शीश सिंह मान को मौके पर बुलाया जिन्होंने जिला पुलिस प्रमुख के निर्देश पर चौकी प्रभारी को तुरंत सस्पेंड कर दिया।
इस बात का खुलासा करते हुए हलका विधायक ने बताया कि वह रात करीब साढ़े नौ बजे एक धार्मिक कार्यक्रम से लौट रहे थे। जब वह मुबारकपुर पुलिस चौकी पहुंचे तो थाने के हालात देखने के लिए अंदर चले गए, जहां चौकी इंचार्ज गुलशन कुमार अपने साथियों सहित शराब पीता हुआ पकड़ा गया। टेबल पर शराब की बोतलें व खाने का समान सजाया हुआ था, जिसे देखकर विधायक भड़क गए। उन्होंने डीएसपी डेराबस्सी को मौके पर बुलाया और सिविल अस्पताल में चौकी इंचार्ज का मेडिकल करवाया। चौकी इंचार्ज के ब्लड व यूरिन के सैंपल लेने उपरांत इनमें से एक सैंपल विधायक द्वारा जांच के लिए निजी लैब में भेजा गया। जबकि सिविल अस्पताल के सैंपल की रिपोर्ट जांच के लिए खरड़ लैब भेजी गई है। रंधावा ने कहा कि वह शराबी पुलिस अधिकारी को नौकरी से डिसमिस करवाएंगे।
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वहीं चौकी इंचार्ज गुलशन का कहना है कि वह ड्यूटी पर था। उसके दोस्त दविंदर सिंह का फोन आया जिसने कहा कि बाहर बैठकर थोड़ी थकान मिटा लेते हैं। उन्होंने अपने काम का जिक्र किया तो उनका दोस्त शराब की बोतल लेकर चौकी के अंदर आ गया। वह शराब पीने ही वाले थे कि हलका विधायक मौके पर पहुंच गए।
लाखों रुपये लेकर मामला रफा-दफा करने के भी लग चुके हैं आरोप
बता दें कि मुबारकपुर रामगढ़ सड़क पर स्थित विशाल पेपर मिल में मशीन की चपेट में आने से 22 वर्षीय युवक रमन वालिया की मौत हो गई थी। इस मामले की जांच भी चौकी इंचार्ज गुलशन कुमार ने की थी मृतक के परिजनों ने आरोप लगाया था कि मामला रफा-दफा करने के लिए चौकी इंचार्ज ने पेपर मिल के मालिक से 3 लाख रुपये लिए थे। हालांकि मृतक के परिजनों के आरोपों को आला अधिकारियों ने हल्के में लिया था। लेकिन विधायक के रेड के दौरान शराब भी हालत में पकड़े गए चौकी इंचार्ज की असल छवि सामने आ गई है।