नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (एजेंसी) :भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के लिए निरंतर उच्च मुद्रास्फीति एक महत्वपूर्ण नीतिगत चिंता बनी हुई है, लेकिन अगले वित्तीय वर्ष में सामान्य बारिश और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में व्यवधानों को कम करने के कारण दबाव कम होने की संभावना है। ऐसा अनुमान आरबीआई (RBI) की एक रिपोर्ट में व्यक्त किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अप्रैल 2023 से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई नियंत्रण में आ जाएगी और इसके 5.2 फीसदी पर रहने की उम्मीद है। (RBI expressed )
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चालू वित्त वर्ष में इसके 6.7 फीसदी रहने का अनुमान है। ‘मौद्रिक नीति रिपोर्ट सितंबर 2022’ में, आरबीआई (RBI) ने कहा, “सामान्य मानसून की स्थिति में वित्त वर्ष 2023-24 में मुद्रास्फीति औसत 5.2 प्रतिशत रहने की उम्मीद है, आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधानों को दूर करना और कोई अन्य बाहरी या नीतिगत झटके नहीं हैं।” एक अनुमान है। जनवरी 2022 से मुद्रास्फीति का स्तर आरबीआई की संतोषजनक ऊपरी सीमा (6%) से ऊपर बना हुआ है। (RBI expressed)
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