नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज की बहुप्रतीक्षित आम वार्षिक बैठक एजीएम (Reliance AGM 2022) आज दोपहर 2 बजे शुरू होगी। माना जा रहा है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries Ltd) के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) अपने भाषण के दौरान कई अहम घोषणाएं कर सकते हैं। पिछले कई सालों से मुकेश अंबानी अपनी प्रमुख घोषणाएं एजीएम में ही करते आए हैं। 2016 में Jio की सेवाएं शुरू करने का ऐलान भी उन्होंने एजीएम में ही किया था।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 2 बजे शुरू होने वाली एजीएम में उत्तराधिकार, 5जी रोलआउट टाइमलाइन और जियोफोन के लॉन्च सहित कुछ प्रमुख घोषणाएं हो सकती हैं। एजीएम में रिटेल, दूरसंचार और ऊर्जा क्षेत्र में कंपनी का पॉलिसी रोडमैप जारी होने की भी उम्मीद है।
नए उत्तराधिकारी का ऐलान संभव
पिछले साल मुकेश अंबानी ने संकेत दिया था कि रिलायंस में उत्तराधिकार की योजना में तेजी लाई जाएगी। उनके दोनों बेटे आकाश, अनंत और बेटी ईशा पहले से ही समूह की गैर-सूचीबद्ध फर्मों में निदेशक के रूप में काम कर रहे हैं। जून में मुकेश अंबानी ने रिलायंस इंफोकॉम लिमिटेड के अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ दिया और अपने बड़े बेटे आकाश के लिए जगह बनाई। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट से पता चला है कि कंपनी नेतृत्व में बदलाव की योजना पर काम कर रही है। इसके तहत ईशा, अनंत और संभवतः नीता अंबानी को भी कंपनी में कोई अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
5जी रोलआउट
एजीएम में रिलायंस की 5जी (Reliance 5G) सेवा शुरू करने को लेकर भी महत्वपूर्ण घोषणा हो सकती है। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में कहा था कि सरकार 12 अक्टूबर तक 5G सेवाओं (5G in India) को लॉन्च करने के लिए आशान्वित है। बता दें कि रिलायंस जियो (Reliance JIO) ने 5G नीलामी के दौरान स्पेक्ट्रम के लिए सबसे अधिक बोली लगाई थी। 5G के लिए कंपनी ने 11 बिलियन डॉलर से अधिक की एयरवेव खरीदी है। कंपनी 5G प्लान के साथ हैंडसेट पर से भी पर्दा उठा सकती है।
पिछले साल 44वीं एजीएम में अंबानी ने जियोफोन नेक्स्ट के लॉन्च के साथ-साथ सौर ऊर्जा से संबंधित कई घोषणाएं की थीं।
रिलायंस जियो आईपीओ
रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल लिमिटेड के आईपीओ के बारे में भी मीटिंग में कुछ ऐलान हो सकते हैं। निवेशक लंबे समय से जियो और रिलायंस रिटेल के आईपीओ का इंतजार कर रहे हैं।
रिलायंस एनर्जी को लेकर क्या होंगे बदलाव
कंपनी द्वारा सौर मॉड्यूल, हाइड्रोजन इलेक्ट्रोलाइजर, ईंधन सेल और स्टोरेज बैटरी बनाने के लिए चार गीगा-कारखानों के निर्माण के लिए पिछले साल की गई घोषणाओं के बारे में इस बार कोई अपडेट दिया जा सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी ऑयल-टू-केमिकल्स (O2C) डिमर्जर की योजना को फिर से शुरू कर सकती है, जिसे पिछले साल स्थगित कर दिया गया था।