सिरसा। (सतीश बंसल) जिला शैक्षिक प्रशिक्षण संस्थान डिंग में सिरसा जिला (Resolution) के 50 हिन्दी प्राध्यापकों का पांंच दिवसीय प्रशिक्षण 15 जून से 20 जून तक चला। इस प्रशिक्षण में हिंदी शिक्षण को रुचिकर बनाने हेतु विभिन्न विधियों पर चर्चा हुई, जिसमें प्रतिभागियों ने भी अपने अनुभवों से एक-दूसरे को लाभान्वित किया। डाइट डिंग के प्राचार्य कपिल कुमार पूनिया के दिशा निर्देशन में चले इस प्रशिक्षण शिविर में प्राध्यापक रोशन कम्बोज, शीला कम्बोज, सीपी दधीचि ने तकनीकी विषयों पर जानकारी दी।
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हिन्दी विषय की गहन जानकारी देने के लिए बतौर मास्टर ट्रेनर हिन्दी प्रवक्ता शुभकरण शर्मा, भूप सिंह सिहाग, विनोद कुमार, दलबीर सिंह घोटड़, विनोद कुमार, पंकज कुमार, दिलबाग सिंह और डाइट के मास्टर ट्रेनर्स द्वारा हिंदी की बारीकियों के विषय में जानकारी उपलब्ध करवाई। प्रशिक्षण शिविर के अंतिम दिन हिंदी विषय के प्रवक्ताओं द्वारा एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें हिंदी को सरल बनाने वाले विश्व पर चर्चा की और इसके सुझाव डिंग डाइट के प्राचार्य कपिल कुमार कुमार पुनिया के माध्यम से एनसीईआरटी को भेजे गए।
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प्रशिक्षण के अंतिम दिन हिंदी प्राध्यापकों ने हिंदी विषय पर चर्चा करते हुए हिंदी को स्कूल स्तर पर अनिवार्य करने, नैतिक शिक्षा को हिंदी से हटाकर अलग विषय को पढ़ाए जाने, हिंदी व्याकरण की पुस्तक लगाने, हिंदी के प्रति सप्ताह कालांश छह से आठ करने की मांग को लेकर प्राचार्य डाइट डिंग को निदेशक एससीईआरटी गुरुग्राम के नाम एक ज्ञापन सौंपा तथा एक प्रति शिक्षा मंत्री, निदेशक शिक्षा विभाग पंचकूला के नाम भेजी जाएगी। (Resolution) इस प्रशिक्षण शिविर में अंग्रेजी, इतिहास और हिंदी विषय सहित कुल 150 प्रवक्ताओं को प्रशिक्षित किया गया। इस अवसर पर हिंदी प्रवक्ता कृष्णा, रीना सैनी, ओम प्रकाश, राधा कृष्ण झोरड़, सुनील कुमार, पाली राम, सीमा रानी, देवकी, ज्योति अनेजा, मदन वर्मा, निर्मला रार सहित अन्य प्रवक्ता मौजूद रहे।