सिरसा। (सतीश बंसल) युवाओं को नशे से बचाने के लिए खेल अत्यंत जरूरी है। (Success) शुरूआत से ही बच्चों को खेलों का महत्व बताया जाए तो वे आगे चलकर न केवल अपना भविष्य उज्जवल कर सकते है, बल्कि अपने अभिभावकों व देश का नाम भी भली भांति रोशन कर सकते है। बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती, जरूरत है तो बस उन्हें सही दिशा देने की, उनका मार्गदर्शन करने की। उक्त बातें हैंड तो हैंड स्पोर्ट की राज्य प्रधान अनीता सैनी ने विदेशी धरती रसिया में भारत का डंका बजाकर लौटने के बाद सिरसा पहुंचने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
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सैनी ने बताया कि 7 से 9 अप्रैल 2023 को मॉस्को (रूस) में आयोजित वल्र्ड हैंड टू हैंड फाइटिंग स्पोर्ट जूनियर और कैडेट चैंपियनशिप (सेल्फ डिफेंस इवेंट) के आखिरी दिन भारतीय खिलाडिय़ों (Success) ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और 55 किलो भार वर्ग में कुमारी पारुल, 50 किलो भार वर्ग में गौरव व हरनाम सिंह ने तथा 60 किलो भार वर्ग में गुरकीरपाल सिंह ने कांस्य पदक प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि हैंड टू हैंड फाइटिंग मार्शल आर्ट रूसी लोकप्रिय खेल है, जिसे वहां की भाषा में रुकोपोस्नीबॉय के नाम से जाना जाता है।
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यह मार्शल आर्ट रूस, सीरिया, अफगानिस्तान, घाना, जर्मनी, रोमानिया, इटली, दक्षिण अफ्रीका, मिस्र, अजरबैजान, मालदा, जॉर्डन, बेलारूस, अरमानिया, उज्बेकिस्तान जैसे 20 से अधिक देशों की सेनाओं में मार्शल आर्ट के लिए महत्वपूर्ण है। सैनी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 20 से 21 जनवरी 2023 तक तृतीय राष्ट्रीय चैम्पियनशिप, अन्तर्राष्ट्रीय शिविर एवं चयन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, (Success) जिसमें सभी पदक विजेताओं ने भाग लिया था। सैनी ने बताया कि यहां से प्रशिक्षण लेने के बाद बच्चे आर्मी व पुलिस किसी भी क्षेत्र में जा सकते है। इस मौके पर खिलाडिय़ों के अभिभावक व सचिव रामेश्वर, कोच गौरव व सरल भी उपस्थित थे।