देहरादून: शशिकांत : यूकेएसएसएससी के स्नातक स्तर का पेपर लीक करने के मामले में एसटीएफ ने एक और शिक्षक को हल्द्वानी से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित बलवंत सिंह रौतेला ने नकल माफिया शशिकांत के साथ मिलकर दो अलग-अलग रिजॉर्टो में 60 से अधिक आरोपितों को नकल करवाई थी।
अब तक 29 आरोपितों को गिरफ्तार
पेपर लीक प्रकरण में एसटीएफ अब तक 29 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपित पहले पीसीओ चलाने का काम करता था। इसके बाद उसने इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान बेचना शुरू किया।
शशिकांत के साथ मिलकर करवाई थी नकल
मौजूदा समय मे वह राजकीय प्राथमिक विद्यालय,लोहाघाट में बेसिक शिक्षक तैनात था। शिक्षक बलवंत सिंह रौतेला करीब 40 अभ्यर्थियों को इकठ्ठा करके उत्तर नकल माफिया शशिकांत के पास ले गया, जहां दोनों ने मिलकर पेपर हल करवाया।
लालच में नकल माफिया बना शशिकांत
एक वक्त था जब शशिकांत शिक्षक के रूप में ज्ञान देता था, लेकिन पैसों की लालसा ने उसे सही-गलत का अंतर भूला दिया और वह नकल माफिया बन बैठा। वह किराये के कमरे में रहता था। साथ ही बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपने घर का खर्च चलाता था। देखते ही देखते वह करोड़ों की संपत्ति का स्वामी बन गया। वर्तमान में हल्द्वानी में उसका दो करोड़ की कीमत का आलीशान मकान है।
शशिकांत ने छात्रों से वसूले थे एक करोड़ 90 लाख
UKSSSC पेपर लीक मामले में एसटीएफ के हत्थे चढ़े शशिकांत ने एक छात्र को पास कराने के बदले में 15 लाख रुपये लिए थे। शशिकांत ने पहली पाली का गलत प्रश्नपत्र पढ़ा दिया था। इसके चलते सभी छात्र फेल हो गए थे। दूसरी पाली का प्रश्न पत्र सही निकला था, जिससे 13 छात्र पास हो गए। इन छात्रों से उसने एक करोड़ 90 लाख लिए थे।
प्रिंटिंग प्रेस के मालिक ने दो करोड़ में बेचा था प्रश्नपत्र
यूकेएसएसएससी की स्नातक स्तर की भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक (UKSSSC Paper Leak) करने के मामले में एसटीएफ (STF) ने लखनऊ स्थित प्रिंटिंग प्रेस आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस लिमिटेड के मालिक राजेश चौहान को गिरफ्तार किया। उसने दो करोड़ में भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र बेचा था।