BSP विधायक राजू पाल हत्याकांड के चश्मदीद गवाह उमेश पाल की हत्या के बाद से जांच में जुटी पुलिस को अब नए-नए और चौंकानेवाले खुलासे देखने को मिल रहे है। STF द्वारा जिस सदाकत खान उमेश पाल की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, वह मुस्लिम हॉस्टल में 2 साल से अवैध रूप से रह रहा था। पुलिस द्वारा रेड के दौरान उसके 36 नंबर कमरे को सील कर दिया गया था, लेकिन बाद में उसने सील तोड़ कर वापिस कब्जा कर लिया। मुस्लिम हॉस्टल से ही STF ने एक और युवक को हिरासत में लिया है। पुलिस जांच के दौरान मुस्लिम हॉस्टल के 60 से 65 कमरों पर अवैध कब्जे की बात भी सामने आई है। जिस पर अपराधी प्रकृति के लोगों ने कब्जा कर जबरन रह रहे थे| हत्याकांड में शामिल दो शूटरों साबिर और मोहम्मद गुलाम की पहचान CCTV के माध्यम से हो चुकी है। दोनों की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ और पुलिस की टीमों ने दबिश भी दी। लेकिन फिलहाल दोनों फरार हैं। मोहम्मद गुलाम बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष राहिल हसन का भाई बताया जा रहा है, जिसे पुलिस ने हिरासत में लिया है। मोहम्मद गुलाम का नाम पहले भी हुए एक हत्याकांड में आया था। (Muslim University Hostel)
तीन महीने पहले किया गया था सर्च ऑपरेशन
उमेश पाल हत्या के दोषी सदाकत से पूछताछ के दौरान घटना में शामिल शूटरों के बारे में पुलिस को जानकारी मिली है। मुस्लिम हॉस्टल के अधीक्षक डॉ़ इरफान अहमद ने बताया कि तीन महीने पहले हॉस्टल में यूनिवर्सिटी प्रशासन के साथ मिलकर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान हॉस्टल के 7 कमरों में अवैध छात्र रहते हुए पाए गए थे। जिसमे सदाकत भी शामिल था। सदाकत खान ने हॉस्टल के सील कमरों का ताला तोड़कर दोबारा हॉस्टल के कमरे पर कब्जा कर लिया था।
क्रेटा कार का मालिक हिरासत में लिया गया
पुलिस ने घटना में प्रयुक्त क्रेटा कार के मालिक बिरयानी शॉप संचालक नफीस को भी हिरासत में ले लिया है। नफीस को अतीक का करीबी बताया गया है। उस पर CAA और NRC को लेकर हुए आंदोलन में मदद के आरोप भी लग चुके है। वहीं, उमेश पाल की हत्या के विरोध में बिते मंगलवार को डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के वकील हड़ताल पर रहे और उन्होंने रोष-प्रदर्शन भी किया। उमेश डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वकालत भी करते थे। हड़ताल के कारण उमेश पाल के अपहरण मामले की सुनवाई नहीं हो पाई। उमेश पाल के हत्या में मारे गए अरबाज का शव लेने के लिए मंगलवार को उसके करीबी पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे थे। हत्याकांड के खुलासे के लिए STF और पुलिस की टीमें ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही हैं। पुलिस द्वारा इस हत्याकांड में शामिल शूटरों और उन्हें मदद मुहैया कराने वालों की पहचान भी लगभग की जा चुकी है।
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सदाकत को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है
उमेश पाल हत्याकांड में STF द्वारा गिरफ्तार और भागने के प्रयास में घायल सदाकत को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सदाकत का फिलहाल अस्पताल में उपचार चल रहा है। स्पेशल CJM ने अस्पताल पहुंचकर रिमांड बनाई। आदेश के अनुसार उसे 13 मार्च तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजने का आदेश दिया गया है। साथ ही पुलिस घटना स्थल पर लगे CCTV कैमरों की भी जाँच कर रही है, जिससे घटना में शामिल अन्य आरोपियों की भी पहचान की जा सके| (Muslim University Hostel)