सिरसा। (सतीश बंसल) मणिपुर में महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में सर्व कर्मचारी संघ की ओर से रोष प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर मणिपुर में मुख्यमंत्री को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करवाने की मांग की। सर्व कर्मचारी संघ जिला प्रेस सचिव व सिरसा डिपो प्रधान पृथ्वी सिंह चाहर ने बताया कि मणिपुर में लगातार महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर में हिंसा का तांडव खेला जा रहा है, जिसमें महिलाएं बहुत भयानक रूप से हिंसा का शिकार हो रही हैं। पिछले दिनों एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें पुरूषों की भीड़ निर्वस्त्र कर दी गई औरतों को पकड़ कर ले जा रही है। (Violence Against Women)
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बेबस औरतें रो रही हैं और भीड़ आनंद ले रही हैं। यह सब देखना हरेक संवेदनशील नागरिक को झकझोर देता है और हमारा सर शर्म से झुक जाता है। हमें सोचना होगा कि इस भीड़ को किस तरह की राजनीति ने बनाया है। यह राजनीति लोगों को हैवान बना रही है। चाहर ने कहा कि पूरा मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री आराम से सबकुछ देखकर भी मौन धारण कर बैठे हंै। इस घटना ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देने वाली सरकार की पोल खोल कर रख दी है। पिछले ढाई महीने से सांप्रदायिक नफरत की आग में जल रहे मणिपुर में न जाने ऐसी कितनी घटनायें हुई होगी, लेकिन केन्द्र व मणिपुर सरकार का ढूल मुल रवैया अपराधियों को संरक्षण दे रहा है। भाजपा सरकार चाहती है लोगों का धु्रवीकरण कर राजनीतिक फायदा उठाया जाए।
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इस अवसर पर जनवादी महिला समिति सिरसा जिला सचिव एडवोकेट बलवीर कौर, किसान नेता स्वर्ण सिंह विर्क, इंदरजीत सिंह, सुमित कुमार, राम कुमार, जगतार सिंह, जगरूप सिंह, तिलक राज, राजकुमार शेखुपुरिया, सीटू से नेता कृपाशंकर त्रिपाठी, सर्व कर्मचारी संघ जिला प्रधान सोहन सिंह रंधावा, जिला सचिव रमेश कुमार सैनी, जिला वरिष्ठ उपप्रधान मदनलाल खोथ, रिटायर्ड कर्मचारी नेता महेंद्र सिंह शर्मा, अशोक पटवारी, फायर से राज्य महासचिव सुखदेव सिंह, मनोज कुमार, रानिया ब्लॉक फायर से नेता रणवीर सिंह फगोरिया, जनवादी महिला समिति से रेखा, नीलम, रुकमणी, निर्मला, रोशनी सहित सर्व कर्मचारी संघ से संबंधित सभी विभागों की यूनियनों के पदाधिकारी, सीटू के पदाधिकारी, किसान महासभा से किसान नेता मौजूद रहे। (Violence Against Women)