Santosh Bainiwal – सिरसा में आगामी 24 दिसंबर को होने वाली कांग्रेस की रैली ऐतिहासिक होगी और आगामी लोकसभा व विधानसभा चुनावों को देखते हुए ये रैली और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। यह रैली सिरसा के साथ-साथ प्रदेश में भी एक नया इतिहास बनाने का काम करेगी। रैली में जुटने वाली भीड़ इस बात की परिचायक होगी कि वर्तमान सरकार को सत्त्ता से बाहर करने को लोग आतुर हंै।
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उक्त बातें सरपंच एसोसिएशन हरियाणा की उपप्रधान संतोष बैनीवाल ने पैंतालिसा क्षेत्र के विभिन्न गांवों शाहपुरिया, शक्करमंदोरी, रूपाणा बिश्नोइयान, रूपाण जाटाण, जोगीवाला, चाहरवाला, रामपुरा बगडिय़ा का दौरा करते हुए 24 दिसंबर को होने वाली रैली का न्यौता देते हुए ग्रामीणों से कही।
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बैनीवाल (Santosh Bainiwal) ने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए रैली आयोजित की गई है। इस आंदोलन के दौरान 750 से अधिक किसान भाई शहीद हुए थे और सरकार ने समझौते के वक्त उन किसानों को शहीद का दर्जा देने की बात कही थी, लेकिन आंदोलन समाप्त होने के बाद सरकार अपने वायदे से मुकर गई और उन शहीद किसानों को लेकर कोई जिक्र तक नहीं किया।
बैनीवाल ने कहा कि सरकार ने अपने 9 सालों के कार्यकाल के दौरान एक भी वर्ग ऐसा नहीं छोड़ा, जिसे सडक़ों पर आने के लिए मजबूर न किया हो। सरकार ने पहले तो महिलाओं को पंचायतों में 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया, इसके बाद जब महिलाएं सरपंच बनी तो सरकार ने ई-टेंडरिंग का फंडा अड़ाकर गांवों की छोटी सरकारों के अधिकारी छीनने का प्रयास किया। यहां तक की सरपंचों को धरने भी लगाने पड़े और सरकार की लाठियां भी खानी पड़ी, लेकिन बावजूद इसके हार नहीं मानी।
बैनीवाल (Santosh Bainiwal) ने कहा कि ये जुल्मी सरकार जितने मर्जी जुल्मो-सितम ढहा ले, लेकिन प्रदेश व देश की जनता इस सरकार की चालों को भली भांति समझ चुकी है। इस तानाशाही सरकार को आईना दिखाने का सही समय आ गया है, इसलिए उनकी 36 बिरादरी के लोगों से अपील है कि इस रैली में अधिक से अधिक संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर एकता का परिचय दें।