लखनऊ। मोतीनगर स्थित अपना घर आश्रम में मानसिक 23 वर्षीय मंदित संवासिनी की पिटाई से मौत के मामले में पुलिस अधिकारी और विभाग के लोग मामला दबाने में लगे हैं। घटना के बाद अबतक हुई जांच में डीपीओ ने सिर्फ केयर टेकर को हटा कर संचालक को नोटिस जारी की। वहीं, पुलिस ने अबतक मामले में कोई कार्रवाई नहीं की। जिला प्रोवेशन अधिकारी (डीपीओ) विकास सिंह का दावा है कि सिर्फ केयरटेकर को हटाकर पल्ला झाड़ लिया।
वहीं, आश्रम में जो खामियां मिली, इसके अलावा अन्य जिम्मेदारों पर अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस अधिकारी भी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं। उधर, जिलाप्रशासन से सिर्फ मजिस्ट्रेट जांच के लिए टीम गठित की गई, लेकिन अबतक वहां से भी मामला ठंंडे बस्ते में है। उल्लेखनीय है कि शनिवार को संवासिनी की डंडे से पिटाई हुई थी। जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ी और वह इलाज के अभाव में आश्रम में ही तड़पती रही।
आश्रम के कर्मचारियों ने न तो पुलिस को इसकी सूचना दी और न ही अस्पताल ले गए। संवासिनी की मौत के बाद खानापूर्ती के लिए केयरटेकर उसे बलरामपुर अस्पताल लेकर पहुंची। जहां, डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम में संवासिनी की मौत का कारण हेड इंजरी आया। इसके अलावा उसके शरीर में चोटों के निशान मिले थे।