सिरसा। (सतीश बंसल) चौ. देवी लाल विश्वविद्यालय, सिरसा के (Honorarium) कुलपति को ऑल हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ, लोकल यूनिट टोहाना ने बिना टीए/डीए व मानदेय के बैठकों में शामिल होने के आदेश लागू करने के विरोध में ज्ञापन सौंपा। गौरतलब है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एनईपी-2020 को लागू करने की जल्दबाजी में कोर्स और करिकुलम बनाने के लिए होने वाली बैठकों में सम्बद्ध महाविद्यालयों के प्राध्यापकों को बिना टीए/डीए व मानदेय के बैठकों में शामिल होने के आदेश लागू कर दिए, जोकि बहुत ही अन्यायपूर्ण व भेदभावपूर्ण है। साथ ही साथ सर्विस रूल्स हरियाणा की अवेहलना भी है।
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ऑल हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ, लोकल यूनिट टोहाना प्रधान डा. शकुंतला सिहाग ने बताया कि पहले भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा शिक्षक विरोधी फैसले लिए जाते रहे हैं, जिनका विरोध संगठन समय-समय पर करता रहा है। फिर भी विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बार-बार ऐसे आदेश लागू करना विश्वविद्यालय प्रशासन की शिक्षक विरोधी व कर्मचारी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। विश्वविद्यालय कुलपति की कर्मचारी विरोधी गतिविधियों के चलते हैं सिरसा व फतेहाबाद जिले के प्राध्यापकों में रोष है।
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बता दें कि एएचजीसीटीए संगठन का प्रथम कर्तव्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व शिक्षक समाजिक मूल्यों को बचाने का रहा है। एएचजीसीटीए संगठन लोकल यूनिट टोहाना इस तरह के मनमानी पूर्ण फैसलों का कड़े शब्दों में निन्दा करता है व कुलपति व विश्वविद्यालय प्रशासन से आग्रह करता है (Honorarium) कि इस तरह के शिक्षक विरोधी व कर्मचारी विरोधी फैसलों को तुरंत प्रभाव से वापिस लेते हुए समस्त शिक्षक वर्ग को उनका हक प्रदान करें। अन्यथा ऑल हरियाणा राजकीय महाविद्यालय शिक्षक संघ को मजबूरन अपने अधिकारों की रक्षा के लिए आन्दोलन की ओर अग्रसर होना पड़ेगा।