सबसे पहले हमें आप थोड़ा अपने बारे में बताएं, आप बचपन से ही क्या बनने कि इच्छा रखती थी? (MS Asian Film Academy)
शिफाली :- हां जरूर, मेरा पूरा नाम शिफाली नरयाल हैं और मैं मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के काँगड़ा जिले की रहने वाली हूँ. मैंने अपनी स्कूली शिक्षा हिमाचल से पूर्ण की और मैंने अपनी ग्रेजुएशन ‘Bachelor’s in Medical’ KMV कॉलेज पंजाब के जालंधर से की हैं. अगर में अपने बचपन के सपने की बात करू तो मुझे बचपन से ही दो चीज़ो में रूचि थी एक तो एक्टिंग की दुनिया में अपना नाम बनाना और दूसरा मेडिकल जगत में आगे बढ़ना|
जैसा की आपने बताया की आप एक्टिंग की दुनिया में अपना नाम बनाना चाहती है तो इसके लिए आपने आपने एक्टिंग करियर की शुरुआत किस तरह की?
शिफाली :- जी मुझे बचपन से ही एक्टिंग और मॉडलिंग का शौक़ था. हालांकि, एक्टिंग के साथ-साथ मुझे मेडिकल फील्ड में भी काफी दिलचस्पी थी. जिसके चलते मैंने अपनी सनातक की पढ़ाई मेडिकल से की. लेकिन मेडिकल से अलग हटके मुझे एक्टिंग में अधिक दिलचस्पी थी जिसके चलते मैंने एक्टिंग जगत में ही अपना करियर बनाने का निर्णय किया. लेकिन इस एक्टिंग जगत में मुझे आगे किस तरह से बढ़ना है या किस तरह से शुरुआत करनी है इसका कुछ खासा पता नहीं था. (MS Asian Film Academy) मैंने एक्टिंग सिखने के लिए कई अकादमियों के बारे में पता किया लेकिन कही भी मुझे ऐसा नहीं लग पाया की जहां से में आगे बढ़ पाऊँगी इसलिए मैंने अपनी अच्छे अकादमी के बारे में सर्च करना जारी रखा और अंत्तः मुझे एक एक्टिंग अकादमी का पता चला जिसका नाम ‘एमएस एशियन फिल्म अकादमी’ हैं. जहाँ मेरी मुलाकात संजलि सूरी मैम से हुई जिनके जरिये में इस अकादमी से जुड़ी और में आपको बताना चाहूंगी की मुझे इस बात की बहुत ख़ुशी हैं की इस अकादमी से जुड़ी क्यूंकि ‘एमएस एशियन फिल्म अकादमी’ के ज़रिए ही उनके द्वारा बनाई गई शार्ट फिल्म ‘Friendship Book’ में मुझे मेरा पहला ब्रेक मिला, जिसमे मैंने ‘सिया’ का किरदार निभाया जोकि मेरे लिए किसी सपने से कम नहीं था|
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‘एमएस एशियन फिल्म अकादमी’ के साथ जुड़कर आपको अपने करियर में आगे बढ़ने के लिए किस तरह से सहायता मिली?
शिफाली :- ‘एमएस एशियन फिल्म अकादमी’ के साथ जुड़ने से पहले जो मै थी और आज जो मैं हूँ उसमे मुझे ज़मीन आसमान का फर्क दीखता हैं. इस अकादमी के साथ जुड़ने के बाद मुझे एक्टिंग की सारी बारीकियों के साथ बहुत कुछ सिखने को मिला है. इस अकादमी द्वारा मुझे मेरी खुद की पहचान मिली हैं और साथ ही मेरे अंदर जो कॉन्फिडेंस आया हैं उसके लिए मैं संजलि सूरी मैम और मयंक शर्मा सर का दिल से धन्यवाद करती हूँ. इस अकादमी मे मुझे हर दिन कुछ न कुछ नया ही सिखने को मिलता हैं, फिर चाहे वो एक्टिंग से जुड़ा हो या हमे आपने आप को कैसे इस एक्टिंग की दुनिया मे आगे बढ़ना है उससे जुड़ा हो|
‘एमएस एशियन फिल्म अकादमी’ एक कलाकार या एक स्टूडेंट को एक्टिंग जगत मे आगे बढ़ने में किस तरह से सहायता करता हैं?
शिफाली :- आपको मे बताना चाहूंगी ‘एमएस एशियन फिल्म अकादमी’ के टीचर्स यहाँ आने वाले हर स्टूडेंट पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देते हैं. यहाँ के टीचर्स बच्चो की एक्टिंग स्किल्स के साथ-साथ उनकी ओवरआल डेवलपमेंट पर भी ध्यान देते हैं. जैसे की उनकी बॉडी लैंग्वेज, फेस एक्सप्रेशंस उनके बात करने का तरीका, उनके अंदर कुछ करने के लिए आत्मविश्वास जैसा बहोत कुछ जोकि आपको हर अकादमी में नहीं दिया जाता. (MS Asian Film Academy) अकादमी के टीचर्स हर स्टूडेंट के लिए बहुत ही ज्यादा सहायक हैं. अगर कोई भी अपने आपको ग्रूम करना चाहता हैं या आपने सेल्फ कॉन्फिडेंस को बढ़ना चाहता हैं या एक्टिंग सीखना चाहता है तो यह अकादमी उन सभी बच्चो के लिए बेस्ट हैं, तो मे उन सभी को अपनी तरफ से यही सलाह दूंगी की उनको यह अकादमी जरूर ज्वाइन करना चाहिए|
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अपने करियर को लेकर आपका अबतक का सफर कैसा रहा और साथ ही अपने भविष्य को लेकर आप क्या सोचती है|
शिफाली :- आपने करियर को लेकर अगर मे कहु तो मेरा अब तक का सफर जो था वो काफी अच्छा रहा इसे मै आपने लिए एक शुरुआत की तरह देखती हूँ. ‘एमएस एशियन फिल्म अकादमी’ के साथ जुड़कर मुझे बहुत कुछ सिखने को मिला है. जैसा मैंने आपको पहले भी बताया इस अकादमी के ज़रिए ही मुझे मेरा पहला ब्रेक मिला जोकि मेरे लिए बहुत ज्यादा ख़ुशी की बात हैं. मेरा एक्टिंग करने का सपना सिर्फ और सिर्फ इस अकादमी साथ ही संजलि सूरी मैम और मयंक शर्मा सर के कारण ही पूरा हो पाया हैं. मैं खुद को खुशनसीब मानती हूँ की संजलि मैम और मयंक सर ने मुझे इस लायक समझा जिनके जरिए मुझे मेरा पहला ब्रेक मिला. अकादमी के साथ-साथ शूटिंग के दौरान भी मुझे बहुत कुछ सिखने को मिला और मैं उम्मीद करती हूँ कि मैं आगे भी ऐसे ही कुछ नया सिखु और मैं भविष्य में खुद को एक अच्छी कलाकार के रूप में देखना चाहती हूँ|
आप ‘एमएस एशियन फिल्म अकादमी’ के साथ जुड़ी हैं तो आप खुद को अकादमी के साथ कहा तक ले जाना चाहती हैं?
शिफाली :- पहले तो मैं ये कहना चाहती हूँ कि मैं बहुत ही ज्यादा खुशनसीब मानती हूँ कि मैं इस अकादमी का एक हिस्सा हूँ साथ ही मैं संजलि मैम और मयंक सर को धन्यवाद करती हूँ क्यूंकि मुझे उनसे बहुत कुछ सिखने को मिलता है. दोनों टीचर्स ने मुझे मेरे एक्टिंग करियर के साथ-साथ मुझे हर तरह से सपोर्ट करते है और मैं चाहती हूँ कि मैं आगे भी उनके साथ ऐसे ही काम करू उनसे बहुत कुछ नया सिखु और भी नए-नए प्रोजेक्ट्स उनके साथ करने का मुझे मौका मिले. मैं आगे भी ऐसे ही अच्छा काम करके अपने टीचर्स और अपने माता-पिता का नाम रोशन करना चाहती हूँ|
शिफाली नरयाल के साथ विशेष साक्षात्कार हमारी संवादाता आकांक्षी चौहान द्वारा किया गया|