सिरसा | (सतीश बंसल) | निःशक्त एवं असहाय बच्चों की सहायता करना व उन्हें उनकी क्षमता के अनुसार हुनरमंद बनाना बहुत ही नेक व पुण्य का कार्य है। इस नेक कार्य में जो संस्थाएं व व्यक्ति सक्रिय रूप से भागीदारी कर रही हैं, उनके प्रयास काफी सराहनीय हैं। उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने यह वक्तव्य शुक्रवार को प्रयास मेंटली चैलेंज्ड चिल्ड्रन स्कूल, हेलन केलर दृष्टिबाधित विद्यालय सिरसा का दौरा करने के दौरान कहे। (Sirsa DC)
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उन्होंने इन सभी केंद्रों में नि:शक्त बच्चों को दी जा रही शिक्षा एवं सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली और जरूरी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। हेलन केलर दृष्टिबाधित विद्यालय में बच्चों ने उपायुक्त के आगमन पर स्वागत गीत भी प्रस्तुत किया। उपायुक्त ने उनकी इस प्रतिभा की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति द्वारा नि:शक्त एवं असहाय बच्चों की भलाई के लिए किए गए छोटे से प्रयास से ही उनके जीवन को बदला जा सकता है। इसलिए जितना संभव हो सके, हमें अपने आसपास रहने वाले असहाय व गरीब व्यक्ति की सहायता करनी चाहिए। अगर जिला में कोई ऐसा बच्चा या व्यक्ति है, जिन्हें इन केंद्रों में भेजकर उसकी मदद की जा सकती है, तो प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य बनता है कि वे ऐसे बच्चों को इन केंद्रों में भिजवाने में मदद करें, ताकि ऐसे स्पेशल बच्चों की मदद की जा सके।
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इन संस्थाओं का सहयोग करने से असहाय बच्चों व व्यक्तियों के जीवन में बदलाव आएगा और वे समाज की मुख्यधारा में जुड़ सकेंगे। इस पुण्य कार्य में सामर्थ्य अनुसार कोई भी व्यक्ति मदद कर सकता है। इस मौके पर जिला समाज कल्याण अधिकारी नरेश बतरा, जिला बाल कल्याण अधिकारी पूनम नागपाल व अन्य अधिकारी उपस्थित थे। (Sirsa DC)