Atiq-Ashraf Murder Case: उत्तरप्रदेश के प्रयागराज के बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड की साज़िश रचने और क़त्ल करवाने वाले माफिया डॉन अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटर्स से SIT एक बार फिर से पूछताछ करेगी. SIT द्वारा प्रतापगढ़ जेल में शूटर्स से पूछताछ की जाएगी. SIT ने तीनों शूटर्स से जेल में पूछताछ के लिए कोर्ट से अनुमति मांगी है. SIT ने प्रयागराज की CJM कोर्ट में अर्जी दाखिल की है. तीनों शूटर्स लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य, प्रतापगढ़ जेल में बंद हैं| इन तीनो द्वारा अतीक और अशरफ का क़त्ल उस वक़्त किया गया था जब वह पुलिस की निगरानी में ही मेडिकल करवाकर वापस लौट रहे थे. इनका क़त्ल 15 अप्रैल 2023 को हुआ था और इससे दो दिन पहले यानी 13 अप्रैल को अतीक के बेटे असद को STF द्वारा एनकाउंटर में मार गिराया था|
SIT अतीक और अशरफ हत्याकांड के अनसुलझे सवालों के जवाब को तलाशने के लिए एक बार फिर से पूछताछ करना चाहती है. यहां देखें उन सवालों की लिस्ट जो SIT, तीनों आरोपियों से पूछ सकती है|
- SIT सनी सिंह से पूछताछ करेगी कि वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता था तो कैसे दूसरे शूटर्स से बातचीत कर रहा था?
- जितेंद्र गोगी गैंग के किस गुर्गे ने सनी सिंह को जिगाना पिस्टल दी थी ?
- जिगाना पिस्टल अगर गोगी गैंग से मिली थी तो गिरसान पिस्टल कहां से आई?
- वारदात में इस्तेमाल हुई देसी पिस्टल का इस्तेमाल किसने किया?
- सनी सिंह का ब्रेन वाश करने वाला कौन है?
- फर्जी आधार कार्ड क्यों और कब बनवाया गया था?
- फर्जी आधार कार्ड बनने में कौन लोग मददगार थे?
- डमी वीडियो कैमरा और चैनल की माइक आईडी कहां से मिली थी?
तीनों शूटर्स के नार्को वा लाई डिटेक्टर टेस्ट!
हालांकि, SIT द्वारा अतीक और अशरफ के हत्याकांड में सवालो के जवाब का पता लगाने की पूरी कोशिश कर रही हैं. इसके अलावा SIT अतीक और अशरफ हत्याकांड के पीछे कौन शख्स है इसका जवाब भी तलाशने की कोशिश करेगी. सूत्रों के अनुसार, SIT मौके से पकड़े गए तीनों शूटर्स के नार्को वा लाई डिटेक्टर टेस्ट की भूमिका तैयार कर रही है. (Atiq-Ashraf Murder Case) शूटर्स ने जेल में हुई पूछताछ में अगर सवालों के सही जवाब नहीं दिए तो फिर SIT इनका नार्को वा लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी. जिसके बाद हो सकता है SIT द्वारा दुबारा इनसे पूछताछ हो सकती हैं|
70 लोगों के बयान दर्ज
SIT ने अतीक अशरफ मर्डर केस को लेकर अब तक करीब 70 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. इन बयानों में तमाम नए तथ्य सामने आए हैं. SIT इन्हीं बिंदुओं पर प्रतापगढ़ जेल में बंद तीनों शूटर्स से पूछताछ करना चाहती है. हालांकि SIT वारदात के बाद इन शूटर्स को 5 दिनों तक अपनी कस्टडी में रखकर पूछताछ कर चुकी है. सूत्रों का दावा है कि कस्टडी रिमांड में SIT इन शूटर्स से कोई खास जानकारी हासिल नहीं कर सकी थी|
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15 अप्रैल को हुई थी हत्या
15 अप्रैल को पुलिस कस्टडी में काल्विन अस्पताल में अतीक और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. धूमनगंज थाना पुलिस दोनों को लेकर मेडिकल कराने पहुंची थी. (Atiq-Ashraf Murder Case) हत्या के बाद ही शूटर्स सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्या ने सरेंडर कर दिया था. पुलिस ने मौके से ही तीनों को गिरफ्तार कर लिया था. कोर्ट ने तीनों आरोपियों को पहले नैनी सेंट्रल जेल भेजा था|
जहां से उन्हें प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट कर दिया गया था. 19 अप्रैल से 23 अप्रैल के बीच कोर्ट से पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर होने पर शूटर्स से SIT पहले भी पूछताछ कर चुकी है. अतीक और अशरफ हत्याकांड की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने SIT गठित की है. SIT में ADSP क्राइम सतीश चंद्र,एसीपी सत्येंद्र प्रसाद तिवारी और क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर ओमप्रकाश शामिल हैं. हालांकि, SIT द्वारा एक बार फिर अतीक और अशरफ के शूटर्स से मामले की पूछताछ की जाएगी अगर वह सच नहीं बताते तो इसके बाद SIT द्वारा नार्को वा लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी|