सिरसा।(सतीश बंसल) गांव कागदाना में पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के कार्यक्रम में पहुंची सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष बैनीवाल को कार्यक्रम से पूर्व ही पुलिस महकमे ने हिरासत में लेकर नजरबंद (house arrest )कर दिया। बड़ी बात ये है कि संतोष बैनीवाल पंचायत मंत्री का विरोध करने नहीं, बल्कि अपने कुछ सवालों का जवाब मांगने के लिए पहुंची थी, लेकिन मंत्री के आने से पूर्व ही वहां नियुक्त 150 से 200 पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने संतोष बैनीवाल को उनके समर्थकों सहित हिरासत में लेकर कार्यक्रम स्थल से दूर फैक्ट्री में नजरबंद कर दिया। यहां तक की मीडिया कर्मियों से भी कोई बातचीत नहीं करने दी।
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हालांकि संतोष बैनीवाल ने बुधवार को अपने बयान में कहा था कि वे मंत्री का किसी प्रकार से विरोध नहीं करेंगे। वे पंचायत मंत्री हंै, इसी नाते उनके कुछ सवाल हंै, जिनका वे जवाब चाहते हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन ने तानाशाही रवैया अपनाते हुए जबरन सरपंच एसोसिएशन की प्रदेश उपाध्यक्ष व गांव दड़बा की सरपंच संतोष बैनीवाल व गांव माखोसरानी के सरपंच सुभाष कासनियां को कार्यक्रम से पूर्व हिरासत में लेकर एक फैक्ट्री में नजरबंद कर दिया, जोकि प्रशासन व सरकार के तानाशाही रवैये को दर्शाता है। (house arrest )
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हालांकि ऐसा नहीं है कि ये पहला अवसर है, जब पुलिस व प्रशासन ने इस प्रकार की कार्रवाई की हो। जिले में कहीं भी सरकारी कार्यक्रम होता है, उससे पूर्व ही पुलिस प्रशासन की ओर से विपक्षी लोगों को या तो नजरबंद कर दिया जाता है या फिर कार्यक्रम स्थल से कहीं दूर ले जाकर रखा जाता है।