State Committee – सिरसा।(सतीश बंसल) लघु सचिवालय में आशा वर्कर्स का अपनी मांगों को लेकर धरना 15वें दिन जारी है। मंगलवार को धरने की अध्यक्षता करते हुए जिला प्रधान दर्शना व कलावती माखोसरानी ने बताया कि आशाओं का मानदेय 2018 के बाद नहीं बढ़ाया गया है, परंतु काम पांच गुना बढ़ा दिया गया है। जिसके चलते आशाओं में बहुत ज्यादा रोष है। सरकार कहती है कि आम जनता का नुकसान हो रहा है, उसे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता और जब से आशा वर्कर हड़ताल पर आई है, उसके बाद से होम डिलीवरी व शिशु मृत्यु और स्टील बर्थ की संख्या बढ़ रही है। जोकि चिंता का विषय है।
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उन्होंने बताया कि स्टेट कमेटी ने निर्णय लिया है कि 29 अगस्त तक आशाओं की हड़ताल बढ़ाई गई है और 28 अगस्त को पंचकूला विधानसभा क्षेत्र का घेराव भी किया जाएगा। अगर उसके बावजूद भी सरकार ने मांगें नहीं मानी तो आगे हड़ताल लंबी बढ़ाई जाएगी, जो कि जनहित में कतई नहीं है। उन्होंने कहा कि इस दौरान कोई बड़ी अप्रिय घटना होती है तो उसके लिए सरकार व अधिकारी जिम्मेवार होंगे। इस मौके पर शिमला, सुलोचना, विद्या, सरोज, मीनाक्षी, गीता, सुमन, रेखा, रोशनी सहित काफी संख्या में आशाओं ने धरने में भाग लिया। ये है मुख्य मांगें: आशाओं को न्यूनतम वेतन 26000 दिया जाए, आशाओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, आशाओं की रिटायरमेंट की उम्र 65 वर्ष की जाए। (State Committee)
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