Planning To Kill: कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश का खुुलासा होने के बाद उनके आवास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। आवास पर मेटल डिटेक्टर लगाने के साथ सिपाहियों और सादे कपड़ों में एलआईयू को तैनात किया गया है। मामले में सीएम ने डीजीपी समेत पुलिस के बड़े अफसरों संग बैठक कर मामले की जानकारी ली। उन्होंने पुलिस अफसरों को कई निर्देश भी दिए। मंत्री का सुरक्षा प्रोटोकॉल भी बदला जा सकता है।
मंत्री की हत्या के षड्यंत्र का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों में भी खलबली मच गई है। एक आरोपी को पकड़ा जा चुका है। इसके साथ ही अब पुलिस अफसरों को मंत्री की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। सोमवार को आईजी इंटेलीजेंस एपी अंशुमन भी मंत्री से मिलने यमुना कॉलोनी स्थित आवास पहुंचे और आवास के बाहर उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही उन्होंने वहां पर एलआईयू को तैनात करने के निर्देश दिए।
उनके जाने के बाद आवास के बाहर मेटल डिटेक्टर, दो सिपाही और एलआईयू कर्मियों को तैनात किया गया है। मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस और इंटेलीजेंस के अधिकारियों के साथ भी बैठक की थी। इस दौरान उनसे अब तक हुई मुकदमे की कार्रवाई की जानकारी ली। मंत्री की सुरक्षा के संबंध में भी मुख्यमंत्री ने जानकारी ली। बताया जा रहा कि अब उनका सुरक्षा प्रोटोकॉल बदलने की बात चल रही है। इसके लिए शासन में विचार किया जा रहा है।
फिलहाल वाई स्पेशल सुरक्षा प्रोटोकॉल
वर्तमान में मंत्री सौरभ बहुगुणा का वाई स्पेशल सुरक्षा प्रोटोकॉल है। इसके तहत उनके साथ एक स्कॉट गाड़ी चलती है। यह सभी मंत्रियों का प्रोटोकॉल भी रहता है। ऐसे में अब उनका प्रोटोकॉल बढ़ाकर जेड भी किया जा सकता है। हालांकि, इसके लिए शासन स्तर पर ही फैसला किया जाना है। (Planning To Kill)
मैं यदि सावधानी नहीं बरतता, तो कुछ भी हो सकता था। मुख्यमंत्री ने मुझसे बात की है। पुलिस महानिदेशक का भी मुझे फोन आया। इस पूरी साजिश को रचने और अंजाम देने वाले सलाखों के पीछे जाएंगे। – सौरभ बहुगुणा, कैबिनेट मंत्री।
मुकदमे की जांच गंभीरता से की जा रही है। इसमें जो कोई भी शामिल होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। हर पहलू की जांच की जा रही है।
– अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक
20 लाख रुपये की दी सुपारी
सीओ ओमप्रकाश शर्मा ने सोमवार को घटना का खुलासा करते हुए बताया कि बीते रविवार की देर शाम को कैबिनेट मंत्री के प्रतिनिधि भाजपा नेता उमाशंकर दुबे ने तहरीर देकर आरोप लगाया था कि कोटाफार्म सिसौना निवासी हीरा सिंह थाना सितारगंज से पूर्व में गेहूं चोरी के मामले में जेल गया था। आरोपी हीरा इस मामले में स्वयं को जेल भिजवाने में कैबिनेट मंत्री (पशु पालन डेरी, मत्स्य विभाग व प्रोटोकोल) सौरभ बहुगुणा को जिम्मेदार मानते हुए उनसे रंजिश रखता है।
सीओ ने बताया कि हीरा ने जेल में रहने के दौरान सिरसा फार्म थाना बहेड़ी जिला बरेली (यूपी) निवासी सतनाम सिंह से मिलकर मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या का षड्यंत्र रचा था। जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद हीरा ने सतनाम के बताए साथी सिरसा फार्म निवासी हरभजन सिंह व नौडांडी थाना बहेड़ी जिला बरेली (यूपी) के तांत्रिक मो. अजीज उर्फ गुड्डू से मिलकर 20 लाख रुपये की सुपारी दे दी।
इसके लिए 5.70 लाख रुपये का एडवांस भी दिया गया। बाकी की रकम काम होने के बाद देने की बात हुई थी। इसकी जानकारी होने पर हीरा के जेल से छूटने के बाद से उस पर नजर रखी जाने लगी। दो अक्तूबर को मंत्री सितारगंज आए थे। उनके विधानसभा भ्रमण के दौरान हीरा ने मंत्री की सभाओं में रहकर रेकी की। (Planning To Kill)