सिरसा।(सतीश बंसल) दि सिरसा स्कूल के प्रांगण में शिक्षक दिवस (Teacher) बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल की निदेशिका व प्रिंसीपल मनीषा गोदारा ने किया। सर्वप्रथम सभी शिक्षकों ने मिलकर केक काटा। विद्यार्थियों ने अपने टीचरों को अनेक गिफ्ट देकर हौंसला बढ़ाया। अपने संबोधन में मनीषा गोदारा ने कहा कि आज पूरा देश राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मना रहा है। हर साल ये दिन 5 सितंबर को सेलिब्रेट किया जाता है, क्योंकि इसी दिन भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन मनाया जाता है।
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गोदारा ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माता होता है। यही वजह है कि समाज में शिक्षकों को विशिष्ट स्थान दिया गया है। उन्होंने कहा कि कि शिक्षकों के ऊपर एक बड़ी जिम्मेदारी राष्ट्र निर्माण की है। गोदारा ने बताया कि डा. राधाकृष्णन एक शिक्षक, दार्शनिक और विद्वान के रूप में अपने उल्लेखनीय कार्य के लिए जाने जाते हैं। हमारे देश में शिक्षक दिवस मनाने की शुरुआत साल 1962 में डा. राधाकृष्णन के राष्ट्रपति बनने के साथ हुई थी। दरअसल डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के छात्र उनके व्यक्तित्व से काफी प्रभावित रहते थे। एक बार कुछ छात्र उनका जन्मदिन मनाना चाहते थे। (Teacher)
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जब छात्रों ने सर राधाकृष्णन से उनके जन्मदिन मनाने के लिए स्वीकृति मांगी तो उन्होंने बताया कि मेरे जन्मदिन मनाने से अच्छा है कि आप लोग इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाएं तो यह मेरे लिए गर्व की बात होगी। तभी से भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का मानना था कि जीवन में शिक्षक हमें केवल पढ़ाते ही नहीं है, बल्कि हमें जीवन के अनुभवों से गुजरने के दौरान अच्छे-बुरे के बीच फर्क करना भी सिखाते हैं। ये दिन ऐसे शिक्षकों को सम्मान देने का दिन है, जो अपनी मेहनत से कच्ची मिट्टी रूपी भावी भविष्य को सोने के रूप में तैयार करते हंै।इस मौके पर स्कूल हैड कंवलजीत कौर सहित अन्य स्टाफ सदस्य व विद्यार्थी भी उपस्थित रहे। (Teacher)