गोरखपुर। दुर्गाबाड़ी में ताबड़तोड़ फायरिंग कर सनसनी फैलाने वाले अंडा विक्रेता ने कोतवाली पुलिस को चकमा देकर शनिवार सुबह कोर्ट में सरेंडर(आत्मसमर्पण) कर दिया।25 हजार रुपये इनाम घोषित होने के बाद पुलिस उसे सरगर्मी से ढूंढने का दावा कर रही थी।वारदात में शामिल पांच आरोपित जेल जा चुके हैं।
25 अप्रैल की रात को हुई थी वारदात, घोषित था 25 हजार इनाम
25 अप्रैल की रात में दुर्गाबाड़ी के पास एक अंडे की दुकान पर छात्रों के दो गुटों में विवाद हुआ था। एक पक्ष से पहुंचे अंडा विक्रेता अभिषेक पासवान ने फायरिंग कर दी थी जिसमें तीन लोग घायल हुए थे। पुलिस ने बताया था कि प्राइवेट कंपनी के सेल्समैन जटाशंकर पोखरा निवासी शंकर चौधरी का बेटा शनि इंटर का छात्र है। वह एक कोचिंग सेंटर में पढ़ने जाता है। वहां पर एक लड़की को लेकर एक गुट ने उसे पीट दिया था। इसी को लेकर 25 अप्रैल की रात गोली चली थी। अभिषेक के साथ अनिकेत सिंह भी था।
गोली से अनिकेत सिंह, शंकर चौधरी व शाहनवाज घायल हो गए थे। कोतवाली पुलिस ने शंकर चौधरी के भाई शिव की तहरीर पर अभिषेक समेत सात पर मुकदमा दर्ज किया था। जिसमें आहिल, रवि उपाध्याय, आलोक समेत चार आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दुर्गाबाड़ी के रहने वाले अभिषेक व राजवीर की तलाश चल रही थी। सातवें आरोपित अनिकेत सिंह को भी फायरिंग में गोली लग गई थी। पुलिस अभिरक्षा में उसका मेडिकल कालेज मे उपचार चल रहा है।
फिर फेल हुई कोतवाली पुलिस
यह लगातार दूसरा बड़ा मामला है जिसमें कोतवाली पुलिस आरोपित को पकड़ने में फेल हुई है।इससे राज नर्सिंग कालेज के संचालक पर शासन के अनु सचिव ने मुकदमा दर्ज कराया। लेकिन पुलिस आरोपित को पकड़ नहीं सकी। बाद में संचालक को कोर्ट से स्टे मिल गया। दुर्गाबाड़ी में तीन लोगों को गोली मारकर सनसनी फैलाने वाले अभिषेक पासवान को पकड़ने को लेकर भी पुलिस गंभीर नहीं दिखी। सीओ व थानेदार केवल दावा करते रहे। (आत्मसमर्पण
अनिकेत को पिता ने बताया निर्दोष
मेडिकल कालेज में भर्ती अनिकेत सिंह के पिता दुर्गेश ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर बेटे को निर्दोष बताया। उनका कहना है कि फायरिंग करने वाले अभिषेक से बेटे का कोई संबंध नहीं है। घायल होने के बाद भी उसे आरोपित बना दिया गया।