देवरिया। उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में छह साल के मासूम का अपहरण कर बेरहमी से हत्या करने का मामला पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। ट्यूशन पढ़ने गए बच्चे को शिक्षक के पोते ने ही मौत की नींद सुला दिया। इस घटना के बाद लोग अपने बच्चों को घर से बाहर भेजने से भी कतरा रहे हैं। मासूम की हत्या के आरोपित ने बेरहमी की सारी हदें पार कर दी। उसने दादा-दादी को सबक सिखाने के लिए उसके घर ट्यूशन पढ़ने आए बच्चे के मुंह में फेविक्विक लगाकर और अपने जुते के फीते से दोनों हाथ व पैर बांध दिया, जिससे वह शोर न मचाने पाए। इससे भी उसका मन नहीं भरा तो बच्चे को घर के बाहर शौचालय में बंध करके ताला लगा दिया।
PUBG खेलने की लत के कारण हुआ कर्जदार: हत्या के आरोपित अरुण शर्मा की सोहबत ठीक नहीं थी। वह पबजी गेम की लत के कारण काफी पैसा बर्बाद किया। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि वह कर्जदार हो गया है। वह अपने दादा नरसिंह शर्मा से पैसा मांगता था तो वह डांट देते थे। इसको लेकर वह तनाव में रहता था। वह दादा व दादी को सबक सिखाना चाहता था। वह कहता था कि ऐसा कांड करूंगा कि तुम दोनों फंस जाओगे। हरखौली गांव का रहने वाला हत्यारोपित अरुण शर्मा ने सुनियोजित तरीके से घटना को अंजाम दिया। पुलिस की पूछताछ में यह बात सामने आई है।
किराने की दुकान से खरीदा था फेवीक्विक: आरोपित बाजार से टेप व अपने घर के बगल में स्थित एक किराने की दुकान से दो फेवीक्विक खरीदकर लाया था। बालक संस्कार यादव अन्य बच्चों से पहले ही ट्यूशन पढ़ने नरसिंह शर्मा के घर पहुंच गया था। उस समय शिक्षक नरसिंह शर्मा दूसरे कार्य में व्यस्त थे।
जूते के फीते से बांधा हाथ-पैर: इसी बीच अरुण ने मासूम को पकड़ लिया और बाहर दरवाजे पर बने शौचालय में ले गया। मुंह पर फेवीक्विक लगाकर टेप चिपका दिया। अपने जूते के फीते से दोनों हाथ व पैर को बांधकर बाहर से ताला लगा दिया। उसने पुलिस को चकमा देने का प्रयास किया।
पुलिस को गुमराह करने की करता रहा कोशिश: अपहरण की सूचना पर पुलिस आरोपित के दरवाजे पर पता लगाने पहुंची। उस समय वह पूरब टोला में अन्य घरों की तलाशी लेने की बात पुलिस से करता रहा। पुलिस के साथ गांव में घूमा, ताकि किसी को उस पर शक न हो, लेकिन उसकी चालाकी बहुत देर तक काम नहीं आई। पुलिस ने उसके हावभाव को देखकर पूछताछ की तो सच सामने आ गया।