Shemaroo Umang- मुंबई, जनवरी, 2025: टेलीविजन की दुनिया में कभी-कभी ऐसे मौके आते हैं, जब काल्पनिक कहानियाँ भी वास्तविकता के बेहद करीब नज़र आने लगती हैं। शेमारू उमंग के लोकप्रिय शो ‘मैं दिल तुम धड़कन’ ने हाल ही में ऐसा ही एक मार्मिक सीन प्रस्तुत किया, जो दर्शकों को एक भावनात्मक सफर पर ले गया और उन्हें वास्तविक जीवन की सम्बन्धित ट्रेजेडी की याद दिला दी।
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इस कहानी में, नन्हें कान्हा (प्रतिभाशाली बाल कलाकार कविश खुंगर द्वारा अभिनीत किरदार) को पंकज एक खुले बोरवेल में धक्का दे देता है। ऐसा करके वह वृंदा से बदला लेना चाहता है। इसके बाद की घटनाएँ दिल को झकझोर देने वाली हैं, जहाँ कान्हा के माता-पिता, वृंदा और केशव, भय, बेबसी और दर्द से जूझते नज़र आते हैं। इस बीच, रेस्क्यू टीम पूरी ताकत झोंक देती है, ताकि मासूम कान्हा को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके।
इस भावुक सीन के बारे में बात के दौरान, वृंदा का किरदार निभाने वालीं राधिका मुथुकुमार ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए कहा, “ईमानदारी से कहूँ, तो इस सीन में भावनाएँ स्वाभाविक रूप से उमड़ आईं। कविश के साथ काम करते हुए मुझे लगभग दो महीने हो चुके हैं और अब वह मुझे सेट पर अपने ही बेटे जैसा लगता है। जब मुझे इस सीन के बारे में पता चला, तो मैंने इस पर खूब रिसर्च की और ऐसे हादसों से गुज़रे माता-पिता और ग्रामीणों के इंटरव्यू देखे। जो परिवार ऐसी घटनाओं से गुज़रते हैं, उनके दर्द को महसूस कर पाना भी हमारे लिए संभव नहीं है।” (Shemaroo Umang)
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यह सीन न सिर्फ भावनात्मक रूप से दिल को छू लेने वाला था, बल्कि इसने ऐसे संकट के समय परिवारों की अटूट हिम्मत और संघर्ष की याद भी दिला दी। जब रेस्क्यू टीम पूरी मेहनत से कान्हा को बचाने की कोशिश कर रही होती है, तब वृंदा और केशव भी अपने बेटे को वापस लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते।ऐसे में, क्या वृंदा और केशव अपने बेटे कान्हा को सुरक्षित बचा पाएँगे? यह देखना वास्तव में दिलचस्प होगा कि वे अपने बच्चे को वापस अपनी बाहों में पाने के लिए आखिर किस हद तक जाते हैं। इस भावनात्मक सफर का साक्षी बनने के लिए देखिए ‘मैं दिल तुम धड़कन’, हर सोमवार से शनिवार, रात 8:30 बजे, सिर्फ शेमारू उमंग पर। (Shemaroo Umang)