मेरठ। बुलडोजर: देश के कई हिस्से में अतिक्रमण हटाने पर महिलाओं द्वारा ईंट-पत्थर फेंकने वाली घटना मेरठ के थाना भावनपुर के गांव अब्दुल्लापुर में दोहराई गई। खसरा संख्या एक में एक हजार वर्ग मीटर सरकारी भूमि पर अब्दुल गनी, अब्दुल हकीम तथा बाबू आदि लोगों ने पिछले सात-आठ सालों से कब्जा किया हुआ है। नगर निगम की टीम सोमवार को अवैध कब्जा हटाने पहुंची थी। एक दीवार के गिराते ही महिलाएं बुलडोजर के सामने आकर बैठ गईं।
महिलाओं ने बुलडोजर पर किया पथराव
महिला पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की लेकिन फिर भी महिलाएं नहीं हटीं। काफी देर बाद महिलाओं को हटाया गया लेकिन जैसे ही बुलडोजर ने दूसरी दीवार गिरानी शुरू की तो दीवार के पीछे से महिलाओं ने बुलडोजर पर पथराव शुरू कर दिया। टीम पर ईंट और पत्थर फेंकने लगीं। इस पर बड़ी संख्या में पुलिस बुलाई गई। भावनपुर से इंस्पेक्टर नीरज मलिक अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस की मौजूदगी में भी सिर्फ तीन दीवार तोड़ पाई।
टीम को वापस लौटना पड़ा
महिलाओं का हंगामा जब पुलिस भी शांत नहीं करा पाई तो निगम की टीम वापस लौट आई। नगर निगम के प्रवर्तन दल में प्रभारी अतिक्रमण डा. पुष्पराज गौतम,लेखपाल रूद्रेश, सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट शक्ति सिंह मलिक, जसवंत तोमर, प्रवीण कुमार, जितेंद्र पाल सिंह मलिक, हवलदार मुनेंद्र कुमार, धीरज कुमार, जितेंद्र तोमर, यशपाल सिंह, हरेंद्र कुमार, अनिल कुमार आधाना तथा रूपेश आदि लोग शामिल रहे।
पुरुषों ने नहीं किया विरोध, महिलाएं कर दी आगे
पुरुषों ने कोई विरोध नहीं किया लेकिन उन्होंने एक रणनीति के तहत महिलाओं को आगे खड़ा कर दिया। महिला पुलिस उपलब्ध न होने की वजह से काफी देर तक अभियान रुका रहा। लगभग 400 वर्ग मीटर भूमि को खाली कराया गया, शेष 600 वर्ग मीटर भूमि को तीन दिन के भीतर खाली करने की चेतावनी दी गई।