नई दिल्ली। दिल की बीमारियां अब साइलेंट किलर बन गई हैं। इस बीमारी से जुड़े संकेत और लक्षण इतने हल्के होते हैं कि किसी का इन पर ध्यान नहीं जाता और इनको पहचानना भी मुश्किल होता है। दिल की बीमारी के कई ऐसे आम संकेत हैं, जो शुरुआत में बिल्कुल भी ख़तरनाक नहीं लगते, लेकिन देखते ही देखते जानलेवा हो जाते हैं।
टखने पर दिख सकते हैं हृदय रोग के संकेत
टखने में सूजन इस बात का संकेत हो सकता है कि आपको अपने दिल पर कहीं अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है। इसे कैसे पहचानें? टखने पर अचानक सूजन आ जाना, टखने पर बिना किसी चोट के सूजन या फिर हल्की चोट को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
एक अन्य संभावित संकेत यह है कि सूजा हुआ हिस्सा गर्म महसूस हो और इसे दबाने पर गड्ढा हो जाए, जो काफी देर तक रहता है; ऐसी स्थिति में अगर त्वचा वापस सामान्य नहीं हो पाती है, तो डॉक्टर को फौरन दिखाएं।
पेरीफेरल एडिमा
टखने की सूजन आमतौर पर पेरीफेरल एडिमा की वजह से होती है। यह ज्यादातर तब होता है जब ऊतक में द्रव जमा हो जाता है। यह आमतौर पर बाहों और पैरों में देखा जाता है। इस स्थिति में हाथ-पैर भारी होने लगते हैं। पेरिफेरल एडिमा एक हल्के जल प्रतिधारण यानी वॉटर रिटेंशन की समस्या या हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारी का संभावित संकेतक भी हो सकती है। यह एलर्जिक रिएक्शन की वजह से भी हो सकता है।
पेरीफेरल एडिमा के संकेत
टखने में सूजन के अलावा, पेरीफेरल एडिमा के दूसरे संकेतों में हाथों और चेहरे पर सूजन, ज़्यादा देर खड़े रहने पर सूजन, या फिर लंबे समय बैठने पर, स्किन का खिंचना, त्वचा के रंग का बदलना, जोड़ों में अकड़न शामिल है। कई बार मरीज़ गर्दन में दर्द, बेहोशी, चक्कर आना और मतली आना भी महसूस करता है।
पेरीफेरल एडिमा से क्या पता चलता है?
पेरिफेरल एडिमा कंजेस्टिव हार्ट फेल्योर का संकेत दे सकती है। जब दिल कमज़ोर पड़ने लगता है, तो इसका असर पंप करने वाले रक्त की मात्रा पर अधिक पड़ता है। इससे तरल पदार्थ का निर्माण हो सकता है जिससे पैर में एडिमा हो सकता है।
दिल की बीमारी के आम लक्षण:
- खांसी, जो अपने आप ठीक नहीं होती
- घरघराहट
- ब्लोटिंग (पेट फूलना)
- अचानक वज़न में बदलाव होना
- मूड का बदना और कंफ्यूज़न
- दिल की धड़कनों का तेज़ होना
दिल की सेहत को कैसे बनाए रखा जा सकता है?
स्वस्थ जीवन जीने और अच्छी डाइट के अलावा आपको शरीर में हो रहे छोटे से छोटे बदलावों पर भी नज़र रखनी चाहिए। संकेत जो बेहद आम से लगें किसी भी वक्त गंभीर रूप ले सकते हैं। दिल की बीमारी अचानक ही नहीं हो जाती। इसके लक्षण शरीर में धीरे-धीरे बदलाव ला रहे होते हैं। जब तक इनका पता चलता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है। यही वजह है कि हेल्थ एक्सपर्ट्स नियमित चेकअप, सही डाइट, एक्सरसाइज़ और हेल्दी लाइफस्टाइल जीने की सलाह देते हैं, ताकि आपका दिल सेहतमंद रहे।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।