नई दिल्ली। चक्की चलनासन योग का नाम संस्कृत से लिया गया है जिसमें “चक्की” का मतलब है “मिल या पीसना”, और “चलन” का अर्थ है “मंथन या ड्राइव”। इस आसन को करते वक्त ऐसा लगता है जैसे आप चक्की चला रहे हैं। इंग्लिश में इसे ‘चर्निंग द मिल पोज (Churning the Mill Yoga Pose) कहा जाता है। तो ये आसन किन-किन समस्याओं में है फायदेमंद और कैसे करना है इसे, आइए जानते हैं इसका तरीका।
चक्की चलनासन करने का तरीका
– इस आसन को करने के लिए मैट पर अपने दोनों पैरों को सामने की ओर करके बैठ जाएं।
– दोनों पैरों को एक दूसरे से दूर-दूर फैला लें।
– दोनों हाथों की उंंगलियों को आपस में फंसा कर हाथों को जोड़ लें।
– सांस भरते हुए अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को आगे की ओर लाएं और हाथों को पैर की पीछे से निकालते हुए सीधे हो जाएं। मतलब आपको हाथों से एक बड़ा गोला बनाना है पैरों को कवर करते हुए।
– आगे जाते हुए सांस भरना है और पीछे आते हुए सांस छोड़ना है।
– 10 बार घड़ी की सुई की दिशा में गोला बनाएं और 10 बार उसके विपरीत।
चक्की चलनासन के फायदे
– इस आसन को करने से पेट की चर्बी बहुत तेजी से कम होती है।
– यह आसन सायटिका दर्द में बहुत हेल्पफुल है।
– यह आसन महिलाओं के गर्भाशय की मांसपेशियों को मजबूत करने में उपयोगी और इसका नियमित अभ्यास दर्दनाक मासिक धर्म चक्र से बचाता है।
– यह आसन हाथ, पैर, पीठ को टोन करने में मदद करता है।
– चक्कीचलनासन करने से रीढ़ को हड्डी लचीली होती है।
– यह आसन बुढ़ापे के लक्षणों को कम करने में भी मदद करता है।
– अगर आपको नींद न आने की समस्या है, तो ये आसन उसमें भी फायदेमंद है।
– चक्कीचलनासन योग करने से मन को शांत और संतुलित करने में मदद मिलती है, एकाग्रता बढ़ती है।