देहरादून : Rare White Lipped Pit Viper : उत्तराखंड में पहली बार दुलर्भ प्रजाति का व्हाइट लिप्ड पिट वाइपर सांप देखा गया है। हरे रंग का यह जहरीला सांप आमतौर पर देश के उत्तर पूर्वी भाग में पाए जाता है। वन विभाग की रेस्क्यू टीम ने सहस्रधारा रोड पर रिहायशी इलाके से इस सांप को रेस्क्यू किया है।
रेस्क्यू कर संरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ दिया
गुरुवार को वन विभाग की रेस्क्यू टीम को सूचना मिली कि सहस्रधारा रोड स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल के पास एक घर में सांप घुस आया है। टीम मौके पर पहुंची तो देखा कि दुर्लभ प्रजाति का सांप झाड़ियों के पास दुबका हुआ है। जिसे रेस्क्यू कर संरक्षित वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया।
White Lipped Pit Viper सांप का सिर का आकार होता है छोटा
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह हरे रंग का व्हाइट लिप्ड पिट वाइपर सांप है, जिसकी लंबाई करीब 25 इंच है। हेड स्केलेशन में 10-11 ऊपरी लेबियल होते हैं, जो पहले आंशिक रूप से या पूरी तरह नाक से जुड़े होते हैं। इस सांप का सिर का आकार छोटा होता है।
झाड़ियों और पेड़ में छिपकर रहता है व्हाइट लिप्ड पिट वाइपर
ऊपर हरा, आंखों के नीचे सिर का भाग पीला, सफेद या हल्का हरा, सिर के बाकी हिस्सों की तुलना में बहुत हल्का होता है। पेट नीचे हरा, पीला या सफेद होता है। यह छोटे पक्षी, छोटे मेंढक और छोटे स्तनधारी जीवों का शिकार करता है। यह झाड़ियों और पेड़ की टहनियों में छिपकर रहता है।
औषधि निर्माण में काम आता है इस सांप का जहर
यह सांप हेमोटाक्सिक है। इसके काटने से मौत भी हो सकती है। इस प्रजाति के सांप को संरक्षित वर्ग में रखा गया है। वन्यजीव तस्कर इनका शिकार कर जहर को अवैध तरीके से बेचते हैं। जो कि औषधि निर्माण में काम आता है।