एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में सामने आए डबल मर्डर केस में गिरफ्तार किए गए आरोपी ने अजीबोगरीब बात कही है। हत्यारे सनकी आशिक को इस बात का भी पछतावा नहीं हुआ कि उसने दो खून किए हैं। वह पुलिस को ऊटपटांग बहाने बताता रहा और कहा कि उसने गलती से हत्या की है। लेकिन जब पुलिस ने उसपर दबाव बनाया तो उसने सारा सच उगल दया। (Took Mobile)
थाना जसरथपुर क्षेत्र के गांव नगला बलू में पिता और पुत्री की हत्या करने वाले सनकी पुनीत के चेहरे पर कोई शिकन तक दिखाई नहीं दी। बेशर्मी के साथ वह थाने में अपनी दलील देता रहा। उसने यह भी बयान दिया कि तनीषा उसका कहा नहीं मानती थी और परिवार विरोध करता था, इसलिए गलती से मार दिया।
मालूम हो कि घटनास्थल पर इतना वीभत्स नजारा था कि देखने वालों के दिल दहल उठे। दो लोगों की हत्या के बाद गांव में आरोपित का खौफ साफ दिखा। पीड़ित परिवार के नजदीकियों का कहना था कि आरोपित का गांव में आतंक है।
आरोपी बोला- दूसरों से बात करती थी
पुनीत ने अपने गांव के ही रहने वाले अंतराम और उनकी बेटी तनीषा की गुरुवार देर रात निर्मम हत्या कर दी थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक बोला कि उसने छह माह पूर्व तनीषा को मोबाइल फोन और पैसे दिए थे, जिसे वह वापस नहीं कर रही थी। मैंने ही फोन दिया और मुझसे बात न करके दूसरों से बात करती थी। आरोपित बेशर्मी से तनीषा पर ही दोष मढ़ता रहा। उसके बयान का वीडियो भी वायरल हो रहा है। (Took Mobile)
घटनास्थल पर हर तरफ खून ही खून
घटनास्थल पर हर तरफ खून ही खून बिखरा था। हत्यारे ने बड़ी ही निर्ममता से बेलचा से प्रहार कर पिता व पुत्री की हत्या की थी। पिता अंतराम दीवार के सहारे बैठे ही रह गए, जबकि उनकी बेटी खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गई। एक तरफ मां फूलश्री अपनी बेटी के पास ही सिसक रही थी, जिसने भी घटनास्थल का नजारा देखा उसी का दिल दहल उठा। हत्यारे ने किसी को भी बचने का मौका नहीं दिया।
रात में ही भागकर पहुंच गया अलीगंज
हत्यारोपित पुनीत वारदात को अंजाम देने के बाद बड़ी ही आसानी से अलीगंज तक पहुंच गया। मुहल्ले वालों को घटना के बारे में पता चल गया, लेकिन कोई भी उसका विरोध नहीं कर सका। गांव के लोगों ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पुनीत आवारा किस्म का है और गांव में आए दिन झगड़े फसाद करता रहता था। (Took Mobile)
परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं
हत्या के शिकार हुए अंतराम के परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, गांव में मात्र दो-तीन बीघा जमीन है। उनका बेटा धर्मेंद्र हाथरस में एक हलवाई की दुकान पर काम करता है। वह ही घर का सहारा है।