लखनऊ। गदागंज के खोदायपुर गांव निवासी गैंगस्टर के आरोपित दो भाइयों की 2.16 करोड़ की संपत्ति पुलिस और प्रशासनिक टीम ने कुर्क कर दी। युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे ठगी करने के कई मामले इन पर दर्ज हैं।
रविवार को डलमऊ उप जिलाधिकारी आशीष कुमार मिश्र और सीओ अशोक कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ खोदायपुर पहुंचे। गांव निवासी सुशील कुमार और उसके भाई वीरेंद्र कुमार का तीन मंजिला मकान कुर्क कर दिया। मकान की कीमत 2.05 करोड़ बताई गई है। इन दोनों भाइयों की लग्जरी गाड़ी भी कुर्क की गई है, जिसकी कीमत 11 लाख रुपये है। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि सुशील और वीरेंद्र युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करते थे।
ऐसे कई मामले प्रकाश में आ चुके हैं और गदागंज के अलावा दूसरे थानों में भी इनके खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई हैं। संगठित गिरोह चलाकर अपराध करने के चलते इन पर गैंगस्टर एक्ट लगाया गया। गैंगस्टर अधिनियम की धारा 14 (1) के तहत इनकी संपत्ति कुर्क की गई है। दोनों भाई जमानत पर छूटे हैं। कुर्की करते वक्त घर पर सुशील और वीरेंद्र की पत्नी व बच्चे थे, जिन्हें बाहर करके दरवाजे पर सील लगा दी गई। अपराध के जरिए अर्जित धन से चल-अचल संपत्ति बनाने वालों पर लगातार कार्रवाई की जा रही हैं।
धोखाधड़ी करने वाले निशाने परः 29 जुलाई को सलोन के आशिकाबाद निवासी नफीस घोसी का 1.10 करोड़ का मकान कुर्क किया था। उस पर भी धोखाधड़ी करने समेत नौ आपराधिक मामले दर्ज थे। जुलाई में ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेजा था।
संगठित गिरोह चलाने वालों की संपत्ति कुर्क की जा रही है। अभी पांच बदमाश सूची में हैं, जिन पर जल्द ही गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई की जानी है। -आलोक प्रियदर्शी, पुलिस अधीक्षक