जैसा कि हम जानते ही हैं पाकिस्तान जो आतंकियों को बढ़ावा देता हैं (Troubled Pakistan) उनको पालता हैं आज वही पाकिस्तान हो रहा आतंकवादियों से परेशान| संकटग्रस्त पाकिस्तान ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) आतंकी समूह को नियंत्रित करने के लिए तालिबान के सर्वोच्च नेता हैबुतल्लाह अखुंदजादा की मदद मांगी है। इससे पहले एक सर्वोच्च समिति की बैठक की गई, जिसमें मस्जिद हमले को लेकर पाकिस्तान ने प्रतिबंधित टीटीपी को जिम्मेदार ठहराया था।
अफगान सरकार के समक्ष उठाया जाएगा मुद्दा
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार के मुताबिक, पाकिस्तान सरकार इस मुद्दे को अपने अफगान समकक्षों के साथ उठाएगी। साथ ही ये भी कहा कि पाकिस्तान अब सीमा पार आतंकवाद को (Troubled Pakistan) बर्दाश्त नहीं करेंगे। हालांकि टीटीपी ने पेशावर मस्जिद में हुए आत्मघाती विस्फोट में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है। बता दें कि इस आतंकी हमले में 100 से अधिक लोग मारे गए थे और 200 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
शहबाज शरीफ ने बुलाई अहम बैठक
पाकिस्तान में हुए आतंकी हमलों को लेकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 3 फरवरी को पेशावर नरसंहार को रोकने में विफलता को स्वीकार किया। (Troubled Pakistan) उन्होंने इस खतरे से निपटने के लिए राष्ट्रीय एकता का आह्वान किया है। गवर्नर हाउस में एक शीर्ष समिति की बैठक को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ राजनीतिक जगत में एकता की आवश्यकता है।
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आतंक से घिरा हुआ है पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा प्रांत
बता दें कि पाकिस्तान का खैबर पख्तूनख्वा प्रांत आतंकवादी गतिविधियों से जबरदस्त रूप से प्रभावित है। बलूचिस्तान और पंजाब के शहर मियांवाली में भी आतंकी घटनाएं सामने हैं। (Troubled Pakistan) पिछले साल नवंबर में, टीटीपी ने जून 2022 में सरकार के साथ हुए अनिश्चितकालीन संघर्ष विराम को वापस लेकर अपने आतंकवादियों को सुरक्षा बलों पर हमले करने का आदेश दिया था। माना जाता है कि टीटीपी ने प्रधानमंत्री शरीफ के पीएमएल-एन और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी के पीपीपी के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाने की धमकी दी है।
पाकिस्तान में हुए आतंकी हमले
TTP को पाकिस्तान भर में कई घातक हमलों के लिए दोषी ठहराया गया है, जिसमें 2009 में सेना मुख्यालय पर हमला, सैन्य ठिकानों पर हमले और 2008 में इस्लामाबाद में मैरियट होटल में बमबारी शामिल है। वहीं, 2014 में, पाकिस्तानी तालिबान ने पेशावर के उत्तर-पश्चिमी शहर में (Troubled Pakistan) आर्मी पब्लिक स्कूल (APS) पर हमला किया था, जिसमें 131 छात्रों सहित कम से कम 150 लोग मारे गए थे। आतंकवादियों को पालने वाला देश पाकिस्तान अपनी खुद कि गलतियों के कारण परेशान हैं. जिसके चलते पाकिस्तान ने अब अफ़ग़ानिस्तान से मदद मांगी हैं|