हरदोई। ससुराली जनों के उत्पीड़न और पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर एक ट्रक चालक ने जान दे दी। सोमवार की सुबह उसका कमरे में फंदे पर लटकता शव मिला था, लेकिन मंगलवार को एक सुसाइड नोट सामने आया, जिसमें उसने ससुराली जनों के साथ पुलिस को भी अपनी मौत का जिम्मेदार बताया। उसके मन में पुलिस के प्रति कितनी नफरत पैदा हो गई थी यह उसके पत्र में दिख रही है।
पुलिस के साथ ही उसने सरकार को भी निशाने पर लिया। हालांकि एसपी का कहना है कि कुछ लोग पत्र वायरल कर रहे हैं। अधिकारिक रूप से किसी ने शिकायत नहीं की है। वह पूरे मामले की जांच करा रहे हैं।
कोतवाली शहर क्षेत्र के मुहल्ला राधानगर के रघुवीर उर्फ राजू तिवारी ट्रक चालक थे। उसकी मां लक्ष्मी ने बताया कि उनके दो बेटों में राजू बड़ा था, उसकी शादी सांडी चुंगी की सोनम के साथ दस साल पहले हुई थी, जिसके बाद से वह अलग मकान में रहने लगा था और वह छोटे बेटे छोटू के साथ रहती हैं, राजू के दो बच्चे हैं।
रविवार रात किसी बात को लेकर राजू का पत्नी सोनम के साथ विवाद हो गया था। रात में राजू के ससुराल वाले घर आए और राजू के साथ मारपीट कर सोनम को लेकर चले गए। सोमवार की सुबह राजू की गाय ने बछड़े को जन्म दिया तो पड़ोसी ने घर पर बताया, जिसके बाद वह राजू के घर पहुंची और आवाज दी। अंदर से कोई आवाज न आने पर आसपास के लोगों को बुलाया और खिड़की से देखा तो राजू का शव लटका दिखा।
लक्ष्मी ने राजू के ससुरालीजन पर प्रताड़ित और मारपीट करने का आरोप लगाया। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया, लेकिन मंगलवार को सनसनीखेज बात सामने आ गई। राजू की डायरी में उसके भाई को एक सुसाइड नोट मिला।
पत्र के अनुसार उसने लिखा कि 15 अगस्त चौकी इंचार्ज ऋषी कपूर के साथ तीन सिपाही उसके घर आए थे। एक पंडित को पुलिस ने जीना हराम कर दिया है। मैं अपनी जिंदगी पुलिस की खातिर दे रहा हूं। उत्तर प्रदेश पुलिस….(अपशब्द) है। उत्तर प्रदेश पुलिस मुर्दाबाद। पत्र में सरकार के लिए भी मुर्दाबाद की बात लिखी है। पुलिस हमारी फेमिली को रखती है। पत्नी सोनम के साथ ही उसने रेनू, बंटू, गौरव, राखी मौत के जिम्मेदार हैं और पुलिस भी। पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने बताया कि सोमवार को ऐसी कोई बात नहीं बताई गई थी। अब सुसाइड नोट की बात बताई जा रही है, जिसकी जांच हो रही है।