कुशीनगर। नेबुआनौरंगिया के खजुरिया बाजार में पुराने भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों में रविवार की रात खूनी संघर्ष हो गया। इसमें दोनों पक्षों से 24 लोग घायल हो गए। घायलों में महिलाएं भी शामिल हैं। उपचार के लिए ले जाते समय घायल बुजुर्ग की मृत्यु हो गई। छह की हालत गंभीर बनी हुई है। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस तैनात है। मृत बुजुर्ग के स्वजन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज नगीना, सतीश, रामप्रवेश व रामप्रताप को पुलिस सोमवार को गिरफ्तार कर ली।
यह है मामला
खजुरिया गांव के सहती कुशवाहा की पुश्तैनी भूमि है। इसका कुछ हिस्सा नगीना गुप्ता के दरवाजे के सामने पड़ता है, जिस पर उनका जबरिया कब्जा है। इसी को लेकर काफी दिनों से विवाद चला आ रहा है। दो दिन पहले इसी को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे। पुलिस समझा बुझाकर मामला शांत कराई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की। घटना की रात भी इसी विवाद को लेकर दोनों पक्षों के बीच एक बार फिर से कहासुनी शुरू हुई जो खूनी संघर्ष में बदल गया। दोनों ओर से धारदार हथियार, लाठी डंडा चले। एक पक्ष के सहती, हिरामन, रामू, रामअवध, बुद्धू, सुर्दशन, नन्दलाल, राजकुमार, गोलू, रामसनेही, अनिल, इंदल, गुलबदन, रिंकी, तिजिया, रीना, पिंकी, सरोज, प्रियंका, छोटी, भोलू गंभीर रूप से घायल हो गए।
दूसरे पक्ष के यह लोग हुए घायल
दूसरे पक्ष के नगीना, रामप्रवेश, रामप्रताप, शिवकुमार, सुगंधी भी घायल हो गए। शोर सुनकर ग्रामीण पहुंचे तो बीच बचाव किया। घायलों की हालत गंभीर देखते हुए उच्चीकृत स्वास्थ्य केंद्र नेबुआ नौरंगिया से चिकित्सकों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यहां से तीन को अति गंभीर हालत में मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। रास्ते में सहती कुशवाहा 65 वर्ष की मृत्यु हो गई।
इन लोगों का मेडिकल कालेज में चल रहा है इलाज
मेडिकल कालेज गोरखपुर में रामअवध, बुद्ध़ु जिंदगी और मृत्यु से जंग लड रहे हैं। घटना के बाद तनाव को देखते हुए एहतियातन गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है। प्रभारी निरीक्षक थाना नेबुआनौरंगिया गिरजेश उपाध्याय ने बताया कि मृतक पक्ष की ओर विपक्ष के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दूसरे पक्ष की भी तहरीर पड़ी है। जांच की जा रही है। एएसपी रितेश कुमार सिंह ने बताया कि कार्रवाई करने के साथ ही यह भी जांच की जा रही है विवाद को लेकर पुलिस ने क्या कदम उठाए।
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी सुन लेते तो नहीं जाती सहती की जान
पुलिस और राजस्व विभाग के अफसरों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई होती तो नेबुआ नौरंगिया के खजुरिया में खूनी संघर्ष होता और न ही बुजुर्ग सहती उर्फ बलदेव कुशवाहा की जान जाती। एक ही परिवार के 21 लोगों के घायल व एक की मृत्यु से विपत्ति का पहाड़ टूट पड़ा है।
कई वर्ष से चल रहा था विवाद
ग्रामीणों के अनुसार सहती की काश्तकारी की करीब दो डिसमिल भूमि पर पडोसी नगीना गुप्ता द्वारा अवैध ढंग से कब्जा कर लिया गया था। इसको कई सालों से विवाद चला आ रहा था। दोनों पक्षों ने पुलिस व राजस्व विभाग से कई बार शिकायत की, लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। दोनों के बीच विवाद होने पर पुलिस केवल खानापूरी करती रही।
सात पर दर्ज हुआ मुकदमा
मृत सहती के छोटे भाई भोली की तहरीर पर पुलिस ने नगिना, सतीश, रामप्रवेश, रामप्रताप, शिवकुमार, प्रहलाद, तुफानी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
गांव में पसरा है सन्नाटा
घटना के बाद गांव में सन्नाटा पसर गया है। पुलिस तैनात हैं। गांव के लोग डरे सहमे हैं। इसको लेकर चर्चाएं भी हो रही हैं तो लोग व्यवस्था को कोस रहे हैं।