National Food Security – भारत सरकार द्वारा वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज वर्ष मनाने का फैसला लिया गया है। मोटे अनाज के उत्पादन को बढावा देने के लिए श्री अन्न योजना की शुरुआत की है। कृषि विभाग द्वारा मोटे अनाज के बारे में आमजन में जागरूकता लाने के लिए डैमो वेन चलाई गई है। सोमवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डा. सुखदेव सिंह ने अपने कार्यालय से डेमो वैन को झंडी दिखाकर रवाना किया।
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डा. सुखदेव सिंह ने बताया कि इस लिए किसानो में मोटे अनाज के प्रति जागरुकता पैदा करने के विभाग द्वारा यह डेमो वैन चलाई जा रही है। यह वैन पूरे जिला सिरसा में भ्रमण करेगी। उन्होंने बताया कि संयुक्त राष्ट्र ने भी भारत के प्रस्ताव पर वर्ष 2023 को इंटरनेशनल मिलेट ईयर के रूप में घोषित किया गया है।
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मोटा अनाज जैसे ज्वार, बाजरा, रागी, कंगनी, चिन्ना, कोडो, सावा, कुटकी व चुलाई को बढावा देने के लिए प्रचार-प्रसार के लिए डेमो वैन चलाई जा रही है। उन्होंने बताया कि मोटे अनाज में मुख्य रूप से इस क्षेत्र में बाजरा की फसल उगाई जाती है। बाजरा में प्रोटीन, फाइबर, कैल्श्यिम, मैगनीज, फास्फोरस, आयरन, पोटाश्यिम जैसे पोषक तत्वो का खजाना है, इसलिए इसको दैनिक भोजन में शमिल करने से कुपोषण की समस्या से निजात पाई जाती है। बाजरा ग्लूटन फ्री व विभिन्न पोषक तत्वों से युक्त होने के कारण विभिन्न प्रकार की बीमारियों जैसे डायबिटिज, कैंसर व हाई ब्लैड प्रेशर इत्यादि रोगो से बचाता है। (National Food Security)