Vedanta ने अपने वैश्विक कॉर्पोरेट नवाचार और उद्यम कार्यक्रम, वेदांता स्पार्क के तीसरे संस्करण की शुरूआत की, जिसका उद्देश्य सस्टेनेबल और नवीन प्रौद्योगिकियों में स्टार्टअप्स को 5 मिलियन डॉलर तक की 100 से अधिक परियोजनाओं को अवसर प्रदान करना है। पिछले दो संस्करणों लगभग 3.5 मिलियन के साथ 120 से अधिक अवसरों के लिए 80 से अधिक स्टार्टअप्स सफलतापूर्वक शामिल हुए है।
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन और गैर-कार्यकारी निदेशक, Vedanta लिमिटेड, प्रिया अग्रवाल हेब्बर, ने कहा कि, “वेदांता स्पार्क 3.0 नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रमाण है। इस पहल के माध्यम से, हमारा लक्ष्य व्यवसायों को देश की प्रतिभाओं को सहयोग करने के साथ-साथ अग्रणी उद्योग जगत की आने वाली पीढ़ी को आगे बढ़ाने में सक्षम कर स्टार्ट-अप संस्कृति विकसित करना है। इस वर्ष हम नवीन समाधानों के माध्यम से ईएसजी परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करने की उम्मीद करते हैं और अधिक महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप के साथ जुड़ने और उनका सहयोग करने पर भी विचार कर रहे हैं।
स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के लिए वेदांता स्पार्क के दृष्टिकोण में वास्तविक व्यावसायिक चुनौतियों के लिए समाधान आमंत्रित करना शामिल है। चयनित स्टार्ट-अप को वेदांता समूह की कंपनियों के साथ परियोजनाओं को निष्पादित करने और वेदांता के अनुभवी इन-हाउस विशेषज्ञों से विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे, संसाधनों और अंतर्दृष्टि तक पहुंच प्रदान करने का अवसर प्रदान किया जाता है। यह स्टार्ट-अप को अपने उत्पादों को परिष्कृत करने, अपने संचालन को बढ़ाने और सतत विकास हासिल करने का अधिकार देता है।
जिंक सेक्टर, के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं ईडी – वेदांता लिमिटेड, डिजिटल और स्पार्क एंकर अरूण मिश्रा ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि स्पार्क पहल स्टार्ट-अप का सहयोग करने के समूह के दृष्टिकोण के अनुरूप है जो वास्तविक व्यावसायिक समस्याओं को हल करने और भविष्य को आकार देने के लिए अभूतपूर्व प्रौद्योगिकियों का लाभ उठाता है।
Vedanta ने आईओटी और एआई के लिये इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की संस्था और नैसकॉम के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, इनोवेशन, उद्यमिता और स्टार्ट-अप के लिए सीआईआई के सेंटर आॅफ एक्सीलेंस और फोर्ज इनोवेशन एंड वेंचर्स जैसे अग्रणी उद्योग के साथ और उभरती प्रौद्योगिकियों से जुडने में तेजी लाने के लिए साझेदारी की है। कार्यक्रम ने प्राकृतिक संसाधन क्षेत्र में प्रौद्योगिकी को आगे बढ़ाने के लिए वैश्विक भागीदार ऑस्टमाइन के साथ भी सहयोग किया है।
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Vedanta स्पार्क के प्रमुख अमितेश सिन्हा ने कहा कि, “स्पार्क 3.0 का उद्धेश्य इनोवेटिव स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी करके और उनकी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग कर इस वर्ष 5 मिलियन डॉलर तक के अवसरों के साथ 100 से अधिक पहल लाने का है। यह सहयोग नवाचार और प्रौद्योगिकियों का उपयोग कर बड़े पैमाने पर प्रभाव पैदा करने के वेदांता के मिशन के लिए एक शक्तिशाली उत्प्रेरक के रूप में कार्य करता है।
यह पहल नवाचार को बढ़ावा देने के लिए तीन प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित है, व्यावसायिक दक्षता बढ़ाना, डिजिटल परिवर्तन और नेट जीरो स्थिरता लक्ष्यों को प्राप्त करना। स्टार्टअप वेदांता समूह की कंपनियों में काम करेंगे और उन्हें अपने नवीन विचारों को प्रदर्शित करने का अवसर प्रदान करेंगे।वेदांता स्पार्क 3.0 के लॉन्च के साथ, वेदांता समूह नवाचार को बढ़ावा देने और सकारात्मक बदलाव लाने, उद्योगों को बाधित करने और वैश्विक मंच पर स्थायी प्रभाव पैदा करने के लिए स्टार्टअप को प्रेरित करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराता है।