झारखंड सरकार द्वारा झारखण्ड में स्थित जैन तीर्थ स्थल (Jain Muni) सम्मेद शिखर को टूरिस्ट प्लेस घोषित किए जाने के बाद से ही जैन समाज में भयंकर रोष देखने को मिल रहा हैं। 1 जनवरी को दिल्ली समेत देश के कई अलग अलग हिस्सों में हमे जैन समाज द्वारा रोष प्रदर्शन देखने को मिला था| जैन समाज ने इस विषय को लेकर सरकार को ज्ञापन भी सौंपा हैं जिसके चलते इस रोष की आंच केंद्र सरकार तक भी पहुंची। जिसके बाद केंद्र सरकार ने झारखंड सरकार को सम्मेद शिखर पर पर्यटन गतिविधि न करने का निर्देश जारी कर दिया। लेकिन झारखंड सरकार के प्रति जैन समाज का गुस्सा शांत नहीं होता नज़र आ रहा हैं। झारखंड सरकार के प्रति जैन समाज का गुस्सा किस कदर तक बढ़ चुका है। आपको जैन समाज के मुनि के वायरल वीडियो में देखने को मिलेगा।
जैन मुनि-भगवान नहीं पैसा दिख रहा
जैन मुनि इस वीडियो में कहते हैं कि झारखंड सरकार को सम्मेद शिखर पर भगवान नहीं दिख रहे बल्कि पैसा दिख रहा है। सरकार को केवल अपना कोष बढ़ाना है। क्योंकि टूरिस्ट प्लेस बनने (Jain Muni)के बाद यहां लोगो की गतिविधिया बढ़ेगी और साथ ही व्यापार भी बढ़ेगा। कई चीजें होंगी। इसलिए झारखंड सरकार मांगे कितना चाहिए उसको? जैन समाज को अपनी इच्छा बताए। वह उन्हें पूर्ण करने की हिम्मत रखते हैं|
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झारखंड सरकार के गले तक नोटों की गड्डियां भर देंगे
जैन मुनि ने कहा कि, झारखंड सरकार जैन समाज से मांगे,(Jain Muni) हम उसके गले तक ठूंस-ठूंस के नोटों की गड्डियां भर देंगे। हम ऐसी ताकत रखते हैं। मुनि ने कहा कि, सम्मेद शिखर को पर्यटक प्लेस बनाकर सरकार जितना पैसा इकट्ठा करना चाहती है, उससे डबल पैसा हम उसे हर साल देंगे।
हमारी आस्था के साथ खिलवाड़ न किया जाए
जैन मुनि ने आगे कहा कि, अगर सरकार सम्मेद शिखर के प्रति नेक विचार (Jain Muni)रखती है, वहां के लिए कुछ करना चाहती है तो उसे पवित्र नगरी घोषित कीजिए और यह तय कीजिए कि अगर यहां 50 किलोमीटर के दायरे में किसी ने मुर्गी का भी हनन किया तो उसपर गौ माता की हत्या के बराबर का दंड लगेगा।
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सरकार कुछ नहीं कर पाएगी
जैन मुनि ने कहा कि, सम्मेद शिखर को पर्यटक प्लेस बनाने के लिए किसी ने भी आज्ञा दे दी हो लेकिन कुछ हो नहीं पायेगा। मुनि ने कहा कि जहां गृह मंत्री जैन समाज का हो और समाज के अंदर (Jain Muni) इतने बड़े-बड़े रसूखदार लोग रहते हों कि जिनके एक फोन पर अच्छे-अच्छों के डिपार्टमेंट बंद हो जाते हैं, ये तो बहुत छोटी सी बात है।
हमारी शालीनता को कायरता न समझें
जैन मुनि ने कहा कि, लोग हमारी शालीनता को कायरता समझने का भ्रम (Jain Muni)न पालें। हमारे मौन को मजाक न समझें। हमारी अहिंसा को लोग असमर्थता समझते हैं। लेकिन ये याद रखा जाए कि जिस दिन हम अपने पर आ गए। उस दिन हम कुछ भी हिलाने का दम रखते हैं|