जहां सांच होती है वहां आंच नहीं होती। देश को कई बार विश्व स्तर पर मेडल देने वाले महावीर विनोद राणा इन दोनों जैवलिन की दबकर अभ्यास कर रहे हैं। महावीर विनोद राणा जिन्होंने बिना सपोर्ट के बिना स्पॉन्सर के कई बार विश्व स्तर पर भारत को गोल्ड मेडल दिए हैं और भारत का राष्ट्रगान और तिरंगा विदेशी धरती पर लहराया है। जहां हमें उनकी सपोर्ट करनी चाहिए। वहां हम इनसे दूरी बनाते जा रहे हैं। यह देश का दुर्भाग्य है। सरकारनओर देश विनोद राणा को सपोर्ट नहीं कर रहा है। इतने बड़े देश में और इतने बड़े विकसित देश में इनको इनका एक स्पॉन्सर तक भी नहीं मिल रहा है।
विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अप ना नाम बनाना चाहते है?
जहां सरकार ढोल पीट रही है कि आज हमारा देश चौथे स्थान पर है। जब हुनर और टैलेंट गलियों में दम तोड़ रहा है तो हम कैसे मांग सकते हैं कि हमारा देश उन्नति का रहा है। किसी खाने से उन्नति नहीं होती उन्नति जब होती है जब देश के नई पीढ़ी नौजवान तरक्की करें। तब देश की उन्नति होगी और देश विश्व गुरु भी बनेगा। देश को विश्व गुरु बनाने के लिए सबसे पहले नए युवाओं को उनके हुनर के अनुसार कम मिले। लेकिन ऐसा नहीं है उसके विपरीत हो रहा है।
ये भी पड़े-इनेलो जिलाध्यक्ष जसवीर जस्सा बढ़ा रहे इनेलो परिवार
एक होनहार युवक जिसका नाम महावीर विनोद राणा है जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एमकॉम किया है। ना ही उनको पढ़ाई का फायदा मिला और ना ही मेहनत का। मेहनत भी ऐसी जिस पर पूरा देश गर्व करे। महावीर विनोद राणा ने देश का सीन चौड़ा कर दिया। हम चाहते हैं कि विनोद राणा को कोई सपोर्ट करें स्पॉन्सर करें जिससे वह अपनी अभ्यास की, सभी ज़रूरतें चीज ले सके और अच्छे से फिर से अभ्यास कर सके वह भी बिना चिंता के। क्योंकि चिंता चिता से बड़ी होती है। इस मुहिम में हम सब बढ़कर साथ दें।