सिरसा, 26 सितंबर। (सतीश बंसल) बेटी बोझ नहीं सम्मान हैं, गीता और कुरान हैं, घर की प्यारी सी मुस्कान हैं, घर की रौनक हैं और मां-बाप की जान हैं इसलिए हमें बेटियों को ज्यादा-से-ज्यादा शिक्षित (educate) करना चाहिए और उन्हें भरपूर प्यार देना चाहिए। ये शब्द लायन्स क्लब सिरसा अमर के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी रमेश साहुवाला ने स्थानीय थेहड़ मौहल्ला में बेटी दिवस पर महिलाओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि भारत और दुनिया के कई देशों में बेटियों की दशा में सुधार लाने और उन्हें बेटों जितना अधिकार देने के लिए लोगो में जागरूकता बढ़ाने के मकसद से प्रतिवर्श सितम्बर महीने के चैथे रविवार को राश्ट्रीय बेटी दिवस के रूप में बनाया जाता हैं। यह एक दिन बेटियों के लिए बेहद खास होता हैं।
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उन्होंने कहा यह दिन हर एक व्यक्ति को याद दिलाने का दिन हैं कि आपकी बेटी आपके जीवन में और आपके लिए क्या मायने रखती हैं और वह आपके लिए कितनी ज्यादा किमती हंै। उन्होंने कहा कि हमें समाज में फैली कुरीतियों जैसे बाल-विवाह, भ्रूण हत्या, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा एवं उनके साथ होने वाले दुश्क्रम को रोकना और लोगो को बेटियों के प्रति जागरूक करना भी हैं। उन्होंने कहा भारत में राश्ट्रीय बेटी दिवस मनाने का एक और बड़ा कारण लोगो को बेटियों को बचाने और उन्हें शिक्षित बनाने हेतू प्रयास करना हैं। (educate)
श्री साहुवाला ने कहा कि वर्तमान में भारत में करीब 6.57 प्रतिशत गावों में ही वरिश्ठ माध्यमिक स्कूल हैं और देश के केवल 11 प्रतिशत गावों में ही नोवीं और दसवीं की पढ़ाई के लिए हाई स्कूल हैं जबकि कई राज्य तो ऐसे हैं जहां 15 प्रतिशत से अधिक गांव में कोई स्कूल नहीं हैं। इसलिए भारत सरकार एवं राज्य सरकारों को देश में अधिक से अधिक स्कूल खोलने चाहिए ताकि हमारे देश के बच्चे अधिक-से-अधिक शिक्षिक हो सकें। इस अवसर पर सोनम रानी, सुनीता सोनी, रचना, रूबी, कशीश, सोनिया, पुनिता, नीलम, रीना, गीता, ज्योति, कौशल, ममता, मीनू, परमजीत, राखी, कौशल्या, सीमा, सुनिता, कंवलजीत, खुशबु उपस्थित थे। इस अवसर पर स्वामी रमेश साहुवाला ने सोनम रानी को उत्कृश्ट सेवा के लिए स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। (educate)
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