लखनऊ। पिता: किशोर के भीतर मां के प्रति इतना गुस्सा था कि उसने किसी भी चीज की परवाह नहीं की। यही नहीं, बुधवार को दिन में थाने पहुंचे पिता नवीन को देखकर भी उसके चेहरे पर शिकन नहीं दिखी। उल्टा उसने पिता से कहा कि आप भी तो ध्यान नहीं देते थे। मां ने मुझे रुपये चोरी के आरोप में पीटा था, जबकि पैसे अलमारी में रखे थे। उसने मेरा हाथ भी जलाया था।
बेटे की करतूत और उसकी बातों को सुनकर सेना में जेसीओ नवीन सिंह हैरान थे। वहीं पिता भी टकटकी लगाए बस आरोपित बेटे को ही देख रहे थे, जिसने पल भर में उनकी हंसती खेलती दुनिया को उजाड़ दी थी। आसनसोल से नवीन लखनऊ पहुंचे और घर जाने के बाद बेटे से मिलने पीजीआइ थाने गए। एक पल के लिए उन्हें लगा कि बेटा उन्हें देखकर फफक पड़ेगा और उसे अपनी गलती का एहसास होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। किशोर को अपनी करतूत का कोई अफसोस नहीं था। पूछने पर बोला, मां मुझे भूखा रखती थी। बेवजह पिटाई करती थी और फिर खामोश हो गया।
परिवारजन ने बताया कि किशोर की हरकतों से सभी परेशान थे, लेकिन किसी ने यह नहीं सोचा था कि वह इस हद तक चला जाएगा। कई बार उसको ननिहाल भेजा गया, लेकिन उसमें कोई सुधार नहीं हुआ। साधना की हत्या से मोहल्ले में मातमी सन्नाटा है। साधना बेहद मिलनसार थीं ओर लोगों की मदद करती रहती थीं। बुधवार को नवीन सिंह की मां मिर्जा देवी की तहरीर पर पीजीआइ कोतवाली में हत्या की एफआइआर दर्ज की गई है। मिर्जा देवी छोटे बेटे के साथ रहती हैं। साधना चंदौली जिले के औरैया थाना सैयद राजा की रहने वाली थी।