राजधानी दिल्ली के जंतर-मंतर में पहलवानो द्वारा प्रदर्शन जारी हैं. (Wrestlers Protest) वही अब राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मंगलवार को प्रदर्शनकारी पहलवानों का समर्थन करते हुए कहा कि अन्याय से लड़ने के लिए उनका नया मंच ‘इंसाफ के सिपाही’ उनके साथ है। सुप्रीम कोर्ट ने WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों पर प्राथमिकी दर्ज नहीं करने का आरोप लगाने वाली सात महिला पहलवानों की याचिका पर मंगलवार को दिल्ली सरकार और अन्य को नोटिस जारी किया।
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बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप
शीर्ष अदालत का शुरू में मानना था कि महिला पहलवानों की याचिका शुक्रवार को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध की जा सकती है। (Wrestlers Protest) हालांकि, मामले का उल्लेख करने वाले वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल की कुछ दलीलें सुनने के बाद, इसने मामले को सीधे लेने का फैसला किया।
सिब्बल ने कहा, “बीजेपी (सांसद) बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप। प्रदर्शनकारी: सत्ता में बैठे लोगों की अंतरात्मा को हिलाने में असमर्थ। फैसला किया है: सुप्रीम कोर्ट का रुख करें। इंसाफ के सिपाही साथ हैं।” सिब्बल ने अन्याय से लड़ने में लोगों की मदद के लिए मार्च में ‘इंसाफ’ प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था।
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पहलवानों ने कहा, उनका WFI चुनावों से कोई लेना-देना नहीं
कई राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता पहलवान यहां जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि सरकार सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच करने वाले निरीक्षण पैनल के निष्कर्षों को सार्वजनिक करे। विभिन्न अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में देश के लिए पदक जीतने वाले शीर्ष पहलवानों ने कहा था (Wrestlers Protest) कि उनका डब्ल्यूएफआई चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है और सिंह पर महिला एथलीटों के यौन उत्पीड़न के आरोपों की उचित जांच के लिए दबाव बनाना जारी रखेंगे। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले पर आने वाले शुक्रवार को सुनवाई की जाएगी|