नई दिल्ली। एनआइए थाना क्षेत्र की जूता-चप्पल बनाने वाली एक फैक्ट्री में तीन आरोपितों ने नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। आरोपितों ने पहले 15 वर्षीय पीड़िता को कोल्डडिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया और फिर फैक्ट्री की तीसरी मंजिल पर ले जाकर उसके साथ घिनौनी हरकत की।
इस मामले में एनआइए थाना पुलिस ने तीन घंटे में तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों की पहचान टीकरी कैंप की टार्जन कालोनी के नरेंद्र, नरेला की गौतम कालोनी के मोहित व नरेला के परविंदर के रूप में हुई है। तीनों मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
स्वजन के अनुसार पीड़िता नरेला इलाके की एक फैक्ट्री में काम करती है। बुधवार रात करीब नौ बजे फैक्ट्री में ही काम करने वाले तीन आरोपितों ने ड्यूटी खत्म होने के बाद उसे फैक्ट्री में ही रोक लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। किसी तरह पीड़िता घर पहुंची व स्वजन को आपबीती बताई।
बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त बृजेंद्र यादव ने बताया कि एनआइए थाना पुलिस को शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे नरेला डीएसआइआइडीसी की एक फैक्ट्री में नाबालिग से दुष्कर्म की जानकारी मिली थी। काम खत्म होने के बाद उसे इंतजार करने को कहा गया था।
इस दौरान उसे कोल्डडिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर दिया गया था। बाद में उसे फैक्ट्री के ऊपर बने कमरे में ले जाया गया व तीनों ने उसके साथ एक-एक कर दुष्कर्म किया। पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल जांच के बाद घर भेज दिया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपितों को पकड़ने के लिए एसीपी रिधिमा की देखरेख में व एनआइए थाने के एसएचओ सतीश के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। टीम ने तीन घंटे के अंदर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
तीनों आरोपित गिरफ्तार
मुख्य आरोपित नरेंद्र : मूल रूप से उप्र के फरुखाबाद जिले के दारापुर गांव का निवासी नरेंद्र छह कर्मचारियों के साथ फैक्ट्री में ही एक छोटी इकाई चलाता है। छह कर्मचारियों में से पीड़ित भी एक है। नरेंद्र की पत्नी गृहिणी है और उसके तीन बच्चे हैं।
मोहित : उप्र के मैनपुरी जिले के लखोरा गांव का मूल निवासी मोहित अविवाहित है। नरेला डीएसआइआइडीसी की ही फैक्ट्री में बतौर श्रमिक काम करता है।
परविंदर : उप्र के मैनपुरी जिले के लखोरा गांव का मूल निवासी पर¨वदर उर्फ कट्टा भी अविवाहित है और नरेला डीएसआइआइडीसी की एक फैक्ट्री में काम करता है। आरोपित के माता-पिता गांव में ही रहते हैं। पिता किसान हैं।