लखनऊ। निलमथा में बीते 25 जून को हुई रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र ठाकुर उर्फ गोरख की हत्या में शामिल बिहार के तीन शूटरों और पुलिस की रविवार सुबह मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ कैंट इलाके में लोको तिराहे से यदुनाथ चौक के बीच हुई। मुठभेड़ के दौरान एक बाइक पर सवार तीनों बदमाश पुलिस टीम पर फायर कर रहे थे। पुलिस ने जब घेराबंदी करने की कोशिश की तो बाइक सवार बदमाश अनियंत्रित होकर गिर पड़े। पुलिस की जवाबी फायरिंग में तीनों घायल हो गए।
तीनों बिहार के कुख्यात रईश खान गैंग के शार्प शूटर हैं। घायल शूटरों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। बीते सोमवार को पुलिस ने कैंट के पिपरा घाट पर वीरेंद्र ठाकुर की हत्या की साजिश रचने वाले उसकी पत्नी करीबी बिट्टू को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया था। डीसीपी पूर्वी प्रार्ची सिंह ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर तीनों संदिग्ध बदमाशों को पकड़ने के लिए क्राइम ब्रांच, कैंट, आशियाना पुलिस को लगाया गया था।
इस बीच पुलिस को जानकारी हुई कि बाइक सवार तीनों संदिग्ध लोको तिराहे से यदुनाथ चौक की ओर जा रहे हैं। पुलिस टीम ने पीछा कर उन्हें रोकने की कोशिश की तो पीछे बैठे दो बदमाश फायरिंग करने लगे। इस बीच बदमाशों की बाइक अनियंत्रित हुई और वह गिर गए। पुलिस टीम ने पकड़ने का प्रयास किया तो वह जंगल में घुस गए। इस पर पुलिस ने घेराबंदी की।
पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से तीनों बदमाश घायल हो गए। तीनों के पास से एक मुंगेरी पिस्टल, दो देशी तमंचे, कारतूस व बाइक बरामद की गई है। तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों, रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र ठाकुर की हत्या में शामिल थे। तीनों की पहचान बिहार निवासी कासिफ, मुन्ना और फैसल के रूप में हुई।
बिहार के कुख्यात रईश खान गैंग के शूटर हैं : डीसीपी पूर्वी ने बताया कि तीनों बदमाश बिहार के कुख्तात रईश खान गैंग के शूटर हैं। तीनों को वीरेंद्र की हत्या की साजिश रचने वाले बिट्टू के कहने पर फिरदौस ने हायर किया था। तीनों को हत्या के लिए रुपये दिए थे। तीनों वीरेंद्र की हत्या के एक दिन पूर्व आकर लखनऊ में ही रुके थे।
बिहार में रची थी हत्या की साजिश, वीडियो काल कर बताया था रास्ता : एडीसीपी पूर्वी सैयद अली अब्बास ने बताया कि बिट्टू ने वीरेंद्र की हत्या की साजिश रची थी। वीरेंद्र की हत्या बीते 25 जून को हुई थी। 24 को फिरदौस और उसके साथी शूटर लखनऊ आ गए थे। जब फिरदौस और उसके साथियों ने वीरेंद्र के निलमथा स्थित घर की रेकी की थी तो बिट्टू ने बिहार से वीडियो काल कर उन्हें रास्ता भी बताया था।
बिहार पुलिस की वर्दी में आए थे बदमाश : फिरदौस और उसके चार साथी वारदात को अंजाम देने वीरेंद्र के घर पहुंचे थे। इसमें से दो ने बिहार पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। जबकि दो खाकी पैंट पहने थे। वीरेंद्र के घर पहुंचते ही उनके गार्डों और अन्य लोगों को कमरे में बंद कर दिया था। इसके बाद ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर वीरेंद्र की हत्या की और भाग निकले थे।