चौबेपुर (कानपुर)। बिकरू कांड के मुख्य आरोपित गैंगस्टर विकास दुबे की अपराध के दम पर अर्जित की गई 50 करोड़ की संपत्तियों को सोमवार को पुलिस व तहसील प्रशासन ने जब्त कर लिया। गैंगस्टर के नाम पर 18 संपत्तियां थीं, जबकि बाकी उसने पत्नी, बच्चों व माता-पिता और करीबी रिश्तेदारों के नाम करा रखी थीं।
दो जुलाई, 2020 की रात दबिश के दौरान बिकरू में गैंगस्टर विकास दुबे व उसके साथियों ने सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी थी। इसके बाद विकास दुबे व उसके पांच अन्य साथियों को स्पेशल टास्क फोर्स ने मुठभेड़ में मार गिराया था। फिर शासन के निर्देश पर विशेष जांच टीम (एसआइटी) ने जांच शुरू की थी, जिसमें गैंगस्टर व उसके खंजाची जय बाजपेई द्वारा जरायम से अकूत संपत्ति अर्जित करने के साक्ष्य मिले थे। पुलिस ने इनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की थी। इसके तहत अपराधी की संपत्तियों को जब्त किया जाता है। डीएम नेहा शर्मा के आदेश पर पिछले दिनों कुख्यात की संपत्तियों का मूल्यांकन हुआ था। जब्त संपित्तयों में विकास दुबे के नाम बिकरू, भीटी और सकरवां में कृषि भूमि व खंडहर मकान, रिचा दुबे के नाम चौबेपुर पक्खन में वर्ष 2015 में खरीदा प्लाट और मालौं में वर्ष 2014 में खरीदा गया आवासीय प्लाट बहन चंद्रकाता तिवारी के नाम बसेन व बिकरू में कृषि भूमि, भांजे अमन, गगन, पवन व कुलदीप के नाम पर रामपुर सखरेज में कृषि भूमि, बहन रेखा देवी के नाम बिल्हौर के खोदन में कृषि भूमि है। जब्त संपत्तियों का रिसीवर तहसीलदार बिल्हौर को नियुक्त किया गया है।
वाहन भी कुर्क, अनाज की नीलामी
प्रशासन ने विकास दुबे के नाम दो ट्रैक्टर, एक रोटावेटर, एक थ्रेसर मशीन, एक ट्राली, एक हैरो, एक कल्टीवेटर, मोटरसाइकिल ओर दो कारें भी कुर्क की हैं। इसमें एक कार भांजे अमन के नाम है। वहीं, तहसील सभागार में पंचायत भवन में रखे गैंगस्टर के 653 बोरे अनाज की नीलामी भी हुई। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी हेमंत कुमार ने बताया, नीलामी प्रक्रिया में 608 बोरे गेहूं व 45 बोरी चावल को एक लाख पांच हजार रुपये में नीलाम कर दिया गया। बाजार भाव में कीमत आठ लाख थी, लेकिन दो वर्ष से बंद अनाज खराब हो चुका है।