गोंडा। भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा में तैनात सहायक प्रबंधक रिचा पांडेय की मौत के मामले में बैंक प्रबंधक, प्रबंधन व दो अन्य पर नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमा मृतका के भाई अनमोल पांडेय की तहरीर पर हुआ है। रिचा पांडेय के कमरे में मिले सुसाइड नोट में बैंक प्रबंधक, प्रबंधन व उच्चाधिकारियों समेत दो अन्य को मौत का जिम्मेदार ठहराया गया है। पुलिस ने मृतका का मोबाइल भी अपनी कस्टडी में ले लिया है।
नगर कोतवाली के प्रजापति पुरम जानकी नगर निवासी अनमोल पांडेय ने दी गई तहरीर में कहा है कि उसकी बहन रिचा पांडेय का विवाह दो वर्ष पूर्व न्यू इंदिरा नगर कालोनी निवासी निखिलेश शुक्ल के साथ हुआ था। उसके एक वर्ष का बेटा भी है। उसकी बहन रिचा पांडेय भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा में सहायक प्रबंधक के पद पर तैनात थी।
अनमोल ने कहा कि बुधवार की सुबह वह आधार कार्ड लेने बहन रिचा के घर गया तो वहां देखा कि उसकी बहन का शव कमरे में पड़ा हुआ है। कमरे में एक सुसाइड नोट भी मिला। सुसाइड नोट में रिचा ने मौत का जिम्मेदार मुख्य शाखा के बैंक प्रबंधक रवींद्र सिंह, शहर स्थित दुखहरण नाथ मंदिर निकट निवासी यामिका चौरसिया, उसके पिता राकेश चौरसिया, बैंक प्रबंधन व उच्चाधिकारियों को ठहराया है।
मामले में एफडी (फिक्स डिपाजिट) व भुगतान का मामला सामने आ रहा है। सीओ सिटी लक्ष्मीकांत गौतम ने कहा कि मृतका के भाई की तहरीर पर मुकदमा कर सभी बिंदुओं की जांच कराई जा रही है।
सुसाइड नोट में किए गए जिक्र का अंश : अनमोल पांडेय अपनी बहन रिचा पांडेय के कमरे में पाए जिस सुसाइड नोट का दावा कर रऐ हैं उसमें रिचा ने लिखा है कि एक छोटी सी गलती को लेकर बैंक प्रबंधन व उच्चाधिकारी उसका मानसिक शोषण कर रहे हैं। उसे बिना वजह के प्रताड़ित किया जा रहा है। इससे हार कर वह आत्महत्या कर रही है। सुसाइड नोट में लिखा है कि उसकी मौत का जिम्मेदार बैंक प्रबंधन है जो उसकी सात साल की बेदाग सेवा को नजर अंदाज कर उसे कटघरे में खड़ा कर रही है। इसके अलावा यामिका चौरसिया व उसके पिता राकेश चौरसिया पर भी विश्वासघात का आरोप लगाया है।
आरोप निराधार : भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा के प्रबंधक रवींद्र सिंह ने कहा कि उन पर जो भी आरोप लगाया जा रहा वह निराधार है। उन्होंने रिचा पांडेय को न कोई नोटिस दी है और न ही जवाब तलब किया था।