देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की स्नातक स्तर की परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक मामले के तार लखनऊ से जुड़े हैं। लखनऊ स्थित आरएमएस टेक्नो साल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की मिलीभगत सामने आई है।
छह को पहले किया जा चुका गिरफ्तार
उत्तराखंड पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने इस प्रकरण में प्रिंटिंग प्रेस के कर्मचारी अभिषेक वर्मा को गिरफ्तार किया है। आयोग के कंप्यूटर प्रोगामर और एक कोचिंग इंस्टीट्यूट संचालक समेत छह को पहले गिरफ्तार किया जा चुका है।
60 लाख में किया था प्रश्नपत्र लीक
गिरोह ने 60 लाख रुपये में प्रश्नपत्र लीक किया था। राज्य सरकार के 13 विभागों में खाली 854 पदों के लिए सात महीने पहले यह परीक्षा कराई गई थी, परिणाम घोषित होने से पहले गड़बड़ी की शिकायत पर सीएम ने जांच के आदेश दिए थे।
एक दिन पहले उपलब्ध करा दि दिया सवाल
यूकेएसएससी(UKSSSC) की चार-पांच दिसंबर 2021 को स्नातक स्तरीय परीक्षा हुई थी। इसका पेपर लीक कराने का मामला सामने आया है। परीक्षा से एक दिन पहले ही गिरोह ने 100 में से 80 सवालों को पैसे देने वाले अभ्यर्थियों को दे दिया था। साथ ही उन्हें रामनगर स्थित एक रिर्जाट में परीक्षा की तैयारी कराई थी।
मुख्यमंत्री धामी से की थी शिकायत
उत्तराखंड राज्य के बेरोजगार संघ ने भर्ती पर सवाल उठाते हुए जांच करवाने की मांग की, लेकिन यूकेएसएससी ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। बेरोजगार संघ के पदाधिकारियों ने बीते इस संबंध में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की।
रायपुर थाने में दर्ज किया गया मुकदमा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंध ने डीजीपी अशोक कुमार को परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच के आदेश जारी किए थे। इस मामले में देहरादून के रायपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं विवेचना उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ को ट्रांसफर की गई।
ये आरोपित हो चुके हैं पहले गिरफ्तार
जयजीत सिंह निवासी पंड़ितवाडी कैंट देहरादून (कंप्यूटर प्रोग्रामर)
मनोज जोशी निवासी ग्राम मयोली जिला अल्मोड़ा (निष्कासित पीआरडी जवान)
मनोज जोशी निवासी ग्राम पाटी चंपावत
कुलवीर सिंह चौहान निवासी चांदपुर बिजनौर उप्र (कोचिंग इंस्टीट्यूट डायरेक्टर)
शूरवीर सिंह चौहान निवासी कालसी देहरादून
गौरव नेगी निवासी किच्छा उधमसिंहनगर (अध्यापक)