बिजनौर। Bijnor Murder News बिजनौर में बड़ी वारदात हो गई। शुक्रवार की रात को मंदिर के एक पुजारी की निर्मम हत्या कर दी गई। पुजारी की हत्या से क्षेत्र में हड़कंप मच गया। हरिद्वार काशीपुर नेशनल हाईवे पर शेरकोट में खो बैराज के पास स्थित मनोकामना मंदिर के 70 वर्षीय पुजारी की शनिवार तड़के हत्या कर दी गई। घटना का पता तब लगा जब कुछ महिलाएं तड़के चार बजे मंदिर पहुंची। वरिष्ठ अफसर भी मौके पर पहुंच गए थे।
बीस साल से थे पुजारी
पुजारी को लहूलुहान अवस्था में पड़ा देखा। घटना की सूचना मिलते ही विधायक, डीएम और एसपी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शेरकोट में खो नदी के बैराज से कुछ दूरी पर हरिद्वार काशीपुर नेशनल हाईवे के किनारे मनोकामना मंदिर स्थित है। इस मंदिर में 70 वर्षीय बेगराम पिछले करीब 20 वर्षो से पुजारी का कार्य कर रहे थे।
मंदिर मुख्य गेट था बंद
वह अपनी पत्नी जावित्री देवी के साथ रहते थे। बेगराम मूल रूप से थाना नूरपुर के गांव पुरैना अब्दुल रहमानपुर के निवासी थे। मनोकामना मंदिर में तड़के चार बजे स्थानीय चार-पांच महिलाएं रोजाना आती हैं और मंदिर की साफ-सफाई व सेवा करती हैं। शनिवार तड़के भी वह महिलाएं पहुंची, लेकिन मंदिर का मुख्य गेट बंद था। आमतौर पर पुजारी करीब तीन बजे ही मंदिर का गेट खोल देते थे। कई बार खटखटाने पर भी गेट न खोलने पर महिलाएं मंदिर के बराबर में स्थित कमरे के पास पहुंची।
लहूलुहान अवस्था में थे पुजारी
पुजारी की पत्नी सो रही थी। पत्नी जावित्री देवी के उठने पर महिलाओं ने गेट न खुलने की बात बताई। सभी महिलाएं कमरे के अंदर के दरवाजे से होती हुई मंदिर के बरामदे में पहुंची तो देखा कि पुजारी लहूलुहान अवस्था में पड़े थे। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया।
पुलिस की तीन टीमें बनाई गई
सूचना पर डीएम उमेश मिश्र, एसपी दिनेश सिंह, स्थानीय विधायक अशोक कुमार राणा समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंच गई। स्वाट टीम, सर्विलांस और फील्ड यूनिट भी मौके पर बुलाई गई। एसपी ने बताया कि हत्याकांड के राजफाश के लिए तीन टीमें लगाई गई है। आशंका है कि कोई नशेड़ी गलत इरादे से अंदर घुसा है। हर पहलू पर जांच की जा रही है।
खून से सना डंडा मिला, लूटपाट के साक्ष्य नहीं
वहीं एसपी पूर्वी ओमवीर सिंह ने बताया मौके पर खून से सना डंडा भी मिला है। पुजारी के सिर पर कई वार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर में लूटपाट जैसी किसी घटना के साक्ष्य नहीं मिले हैं, मुख्य दरवाजा भी अंदर से बंद था। मुख्य दरवाजे के अंदर बरामदे में पुजारी सोते थे और इसके पास ही स्थित कमरे में उनकी पत्नी सो रही थी। बरामदे के बराबर में ही एक शनि मंदिर भी स्थित है जिसकी दीवारें काफी छोटी है। आशंका जताई जा रही है कि हमलावर ने वहीं से मंदिर में प्रवेश किया होगा।