नई दिल्ली: एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अदाणी ने एल्युमिना रिफाइनरी लगाने की योजना बनाई है। ओडिशा में लगाई जाने वाली इस रिफाइनरी पर अदाणी इंटरप्राइजेज 57,575 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। बाक्साइट खदानों और लौह अयस्क परियोजना के पास इस रिफाइनरी की स्थापना की जाएगी और प्रति वर्ष इसकी क्षमता 40 लाख टन होगी।
चालीस लाख टन एल्युमिना रिफाइनरी होगी स्थापित
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की अध्यक्षता वाली ओडिशा सरकार की उच्चस्तरीय समिति ने दो परियोजनाओं (चालीस लाख टन एल्युमिना रिफाइनरी और तीन करोड़ टन लौह अयस्क) को स्थापित करने के लिए अदाणी समूह के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है। एल्युमिना को एल्युमिनियम आक्साइड के तौर पर जानते हैं। यह एल्युमिनियम और आक्सीजन का एक केमिकल कंपाउंड है। पिछले साल के आठवें दशक के अंत में कमोडिटरी ट्रेडर के तौर पर व्यवसाय शुरू करने वाले गौतम अदाणी ने पिछले कुछ वर्षो के दौरान बंदरगाहों, एयरपोर्ट, नवीकरणीय ऊर्जा, गैस डिस्ट्रीब्यूशन, डाटा सेंटर सहित हाल ही में सीमेंट व्यवसाय में प्रवेश किया है।
हजारों अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर खुलेंगे
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, ‘ओडिशा हमारे लिए रणनीतिक राज्यों में से एक है, जिसमें हमने निवेश करना जारी रखा है। हम हमेशा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मिले समर्थन की सराहना करते हैं। धातु एक ऐसी वस्तु है, जिसमें देश को आत्मनिर्भर होना चाहिए। ये परियोजनाएं आत्मनिर्भरता की जरूरत को पूरा करेंगी। दोनों परियोजनाओं की स्थापना से 9,300 लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार मिलेगा जबकि हजारों अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर खुलेंगे।’ अदाणी इंटरप्राइजेज ने जनवरी में दक्षिण कोरिया की प्रमुख स्टील कंपनी पास्को के साथ साझेदारी की घोषणा की थी। इन दोनों की भारत में ग्रीन स्टील मिल लगाने की योजना है। गौतम अदाणी ने एक सब्सिडियरी कंपनी मुद्रा एल्युमिनियम लिमिटेड की स्थापना भी की थी। इस समय भारत के मेटल सेक्टर की बात करें, तो इसमें वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड और आदित्य बिड़ला ग्रुप का दबदबा है।