नई दिल्ली। अदाणी समूह ने शुक्रवार को कहा कि वह Jaypee Cement के अधिग्रहण के किसी प्रस्ताव का मूल्यांकन नहीं कर रहा हैं। रिपोर्ट्स में पहले कहा गया था कि गौतम अदाणी का अदाणी समूह कर्ज में डूबे जेपी समूह के सीमेंट कारोबार को लगभग 5,000 करोड़ (लगभग 606 मिलियन डॉलर) में खरीदने के लिए चर्चा कर रहा है। समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने सौदे के बारे में स्टॉक एक्सचेंज में अपना पक्ष रखा है।
एक नियामकीय फाइलिंग में, अदाणी समूह ने कहा कि कंपनी ऐसे किसी प्रस्ताव का मूल्यांकन नहीं कर रही है। आपको बता दें कि अदाणी समूह और Jaypee Cement के अधिग्रहण की चर्चा पिछले कुछ दिनों से चल रही है। 10 अक्टूबर को ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि गौतम अदाणी का समूह लगभग 606 मिलियन डॉलर का सीमेंट कारोबार खरीदने के लिए जेपी समूह के साथ बातचीत कर रहा है। ब्लूमबर्ग के अनुसार इस सौदे में जयप्रकाश एसोसिएट्स की एक सीमेंट पीसने वाली इकाई और अन्य छोटी संपत्ति शामिल का अधिग्रहण शामिल था।
खस्ताहाल है जयप्रकाश पावर वेंचर्स की हालत
दरअसल, 10 अक्टूबर को ही जयप्रकाश पावर वेंचर्स ने घोषणा की थी कि निदेशक मंडल ने कंपनी की मध्यप्रदेश स्थित निगरी सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट के साथ-साथ कुछ और संपत्तियों को बेचने का फैसला किया है। बाद में 11 अक्टूबर को अपनी एक्सचेंज फाइलिंग में, जयप्रकाश एसोसिएट्स ने कहा था कि ‘कर्ज को कम करने के लिए निदेशक मंडल ने कंपनी के महत्वपूर्ण सीमेंट व्यवसाय को बेचने का फैसला किया है। यह फैसला 10 अक्टूबर को हुई बैठक में लिया गया।’ जेएएल और जेपी पावर दोनों जेपी समूह का हिस्सा हैं। कंपनियों को बिजनेस हेडविंड का सामना करना पड़ रहा है।
सीमेंट उद्योग में दूसरे स्थान पर काबिज है अदाणी समूह
पिछले महीने एसीसी और अंबुजा सीमेंट्स के अधिग्रहण के बाद अदाणी समूह भारत में दूसरी सबसे बड़ी सीमेंट कंपनी के रूप में उभरा। होल्सिम ने 16 सितंबर को अंबुजा सीमेंट्स में अपनी पूरी 63.11 फीसद हिस्सेदारी बेचकर अदाणी ग्रुप के साथ समझौता क्लोज कर दिया था।
शुक्रवार को कारोबार बंद होते समय जयप्रकाश एसोसिएट्स के शेयर लगभग 7.4 फीसद की गिरावट के साथ 10.55 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। जेपी पावर बीएसई पर फ्लैट 7.84 रुपये पर कारोबार कर रहा है, जबकि पिछले दिन यह 7.82 रुपये पर बंद हुआ था। अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर बीएसई पर 0.76% की गिरावट के साथ 3,209 रुपये पर बंद हुए।