CM Dhami Visits Joshi Math Of Uttarakhand: बीते दिन यानि शुक्रवार को उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-स्खलन के चलते भारी नुकसान को देखने को मिला है. जिसके चलते राज्य सरकार के साथ-साथ केंद्र सरकार भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी आज जोशीमठ में ग्राउंड जीरो पर भू-स्खलन के चलते हुए नुकसान का मुआयना उनकी पहली प्रथामिकता है। मुख्यमंत्री ने इससे पहले जोशीमठ के संबंध में अधिकारियों से रिपोर्ट ली और शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक बुलाई थी। आपात स्थिति के लिए सरकार ने कुछ हेलिकॉप्टर भी स्टेंडबाय मोड में रखे हैं। वहीं इस मामले में जांच के लिए केंद्र सरकार ने भी एक जांच समिति का गठन कर दिया है। ये समिति जोशीमठ में भू धसाव की घटना की विस्तृत जांच करेगी। जल शक्ति मंत्रालय की ओर से जारी एक कार्यालय ज्ञापन में कहा गया कि कमेटी में पर्यावरण और वन मंत्रालय, केंद्रीय जल आयोग, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और स्वच्छ गंगा मिशन के एक्सपर्ट को शामिल किया गया है।
ये भी पड़े – IGNOU में सत्र 2023 के लिए प्रवेश तिथि 31 जनवरी तक 8 जनवरी को ऑनलाइन परिचय सभा का होगा आयोजन|
जोशीमठ में कई घरों में पड़ी दरार:
जोशीमठ में जमीन के घंसने और कई घरों में दरारें पड़ने के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। यहां राज्य सरकार ने भी शुक्रवार को प्रभावित क्षेत्र को तत्काल खाली कराने और रहवासियों को शिफ्ट करने का आदेश दिया है। प्रभावित लोगों के मकान का किराया सरकार देगी।
3 दिन में जांच रिपोर्ट देगी केंद्रीय समिति:
केंद्र सरकार की ओर से गठित जांच समिति तेजी से जमीन धंसने की घटना का अध्ययन करेगी और 3 दिन में यह रिपोर्ट सौंपेगी। जल शक्ति मंत्रालय की ओर से ज्ञापन में कहा गया कि समिति बस्तियों, इमारतों, हाईवे, बुनियादी ढांचे और नदी प्रणाली पर भू धसाव के प्रभावों का पता लगाएगी।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
मुख्यमंत्री धामी ने किया जोशीमठ का दौरा: (CM Dhami Visits Joshi Math Of Uttarakhand)
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज शनिवार को जोशीमठ के प्रभावित इलाके का दौरा करेंगे और प्रभावित लोगों से मुलाकात करेंगे। इससे पहले शुक्रवार (6 जनवरी) को सीएम पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में इस मसले को लेकर बैठक हुई. इस बैठक में राज्य के डीजीपी, अपर मुख्य सचिव, अपर सचिव और आपदा अधिकारी भी शामिल हुए। पुष्कर धामी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि जान बचाना पहली प्राथमिकता है. उत्तराखंड के चमोली जिले में 6,000 फीट की ऊंचाई पर, बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब के मार्ग स्थित शहर, उच्च जोखिम वाले भूकंपीय ‘जोन-5’ में आता है। अब तक शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में 561 घरों में दरारें आई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भू-वर्गीय गतिविधियों के चलते यह भू-स्खलन होने का अनुमान लगाया जा रहा है. गठित टीमों द्वारा मामले का संज्ञान लिया जा रहा, टीम द्वारा रिपोर्ट जारी करने के बाद ही मामले का पता चलेगा|