नई दिल्ली: अगर आप अक्सर ही पाचन (आंत) से जुड़ी समस्याओं का सामना करते हैं, थकान के साथ वजन भी घटता-बढ़ता रहता है तो ये नॉर्मल नहीं है। ये संकेत सीधे-सीधे आंतों के कमजोर होने का इशारा है। जिसकी अनदेखी सेहत पर भारी पड़ सकती है। तो आज के इस लेख में आंतों के कमजोर होने के लक्षणों के बार में जानेंगे साथ ही इन्हें मजबूत करने के उपाय भी।
वजन ऊपर-नीचे होते रहना
वजन बढ़ाने या घटाने की ख्वाहिश रखते हैं लेकिन ऐसा कर नहीं पा रहे हैं तो ये आंतों के कमजोर होने की निशानी है। जितना जल्द इस पर ध्यान देंगे उतना अच्छा होगा वरना इससे और कई दूसरी तरह की प्रॉब्लम्स शुरू हो सकती है।
थकान का एहसास होना
अच्छी-खासी नींद और हेल्दी डाइट लेने के बाद भी अगर आपको दिनभर थकान का एहसास होता रहता है तो ये आंतों के सही तरह से फंक्शन न करने की ओर इशारा है। क्रोनिक फटीग सिंड्रोम वाले व्यक्तियों में माइक्रोबायोम में बैलेंस गड़बड़ हो सकता है। थकान, कमजोरी महसूस करने वाले लोग इरीटेबल बाउल सिंड्रोम का भी शिकार हो सकते हैं। जिसका सीधा असर डाइजेशन पर पड़ता है।
स्किन में होने वाली जलन
एक्जिमा, सोरायसिस और मुंहासों की समस्या भी कमजोर आंतों की ही निशानी है। गट माइक्रोबायोम कॉम्प्लेक्स इम्यून सिस्टम के जरिए स्किन को प्रभावित करता है। इतना ही नहीं स्किन एलर्जी, फूड एलर्जी और रेस्पिरेट्री एलर्जी भी इसी वजह से होती है।
ऐसे बनाएं आंतों को मजबूत
– डाइट पर सबसे पहले ध्यान देना जरूरी है। जरूरी फलों, हरी सब्जियों को शामिल करें। फास्ट, जंक फूड से दूर रहें।
– तनाव, चिंता से जितना हो सके दूर रहें। इसके लिए आप मेडिटेशन का सहारा ले सकते हैं।
– व्यस्क व्यक्ति के लिए 7 से 8 घंटे की नींद बेहद जरूरी है इसकी महत्वता को समझें।
– किसी भी तरह का धूम्रपान न करें।
– फाइबर रिच डाइट ज्यादा से ज्यादा लें।
– खाने के बाद कुछ देर ही सही टहलें जरूर।