पीलीभीत। जहानाबाद में एक आतिशबाज ने अपने घर में पटाखे और आतिशबाजी का जखीरा अवैध रूप से जमा कर रखा था। मंगलवार को अपराह्न तीन बजे अचानक उसमें आग लग गई। जिससे तेज धमाका हुआ और दोमंजिला मकान ढह गया। इससे पूरे मुहल्ले में चीख-पुकार मच गई।
मुहल्ले के लोगों ने निकट के तालाब से आग बुझाना शुरू कर दिया। साथ ही मलबे से आतिशबाज की तीन बेटियों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया। गंभीर हालत में तीनों को बरेली ले जाया जा रहा था, रास्ते में दो बहनों ने दम तोड़ दिया, जबकि तीसरी बहन की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। जिलाधिकारी पुलकित खरे तथा पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने भी हादसास्थल का जायजा लिया।
जहानाबाद कस्बे के मुहल्ला मिश्रन टोला में आतिशबाज अजीम बेग का दोमंजिला मकान है। उन्होंने आतिशबाजी बनाने के लाइसेंस ले रखा है। इसके लिए आबादी क्षेत्र के दूर रिछा रोड पर गोदाम स्थापित किया हुआ है। साथ ही पटाखे, आतिशबाजी का घर में अवैध रूप से स्टाक लगा रखा था।
मंगलवार अपराह्न करीब तीन बजे अचानक धमाका हुआ तो परिवार के लोग बाहर भाग खड़े हुए लेकिन आतिशबाज की तीन बेटियां नगमा(20), सानिया (18) व निशा (16) अंदर ही रह गई। वे तीनों आग से झुलसने के साथ ही मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गईं। मुहल्ले के लोगों ने जैसे तैसे तीनों बहनों को मलबे से निकालकर जिला अस्पताल पहुंचाया।
हादसे के करीब एक घंटे बाद थाना पुलिस मौके पर पहुंची। बताते हैं कि हादसे के समय अजीम बेग अपने गोदाम पर था। उसका भाई नसीम बेग बाजार में अपने पान के खोखा पर बैठा था। अजीम की मां अफसरी बेगम, पत्नी फीरोज बेगम, दोनों बेटे ताजीम और तसलीम के साथ ही सबसे बड़ी बेटी उज्जमा ने विस्फोट होते ही घर से बाहर भागकर अपनी जान बचाई।
इस बड़े हादसे की सूचना पाकर एसपी दिनेश कुमार पी, एएसपी डा. पवित्र मोहन त्रिपाठी, सीओ सदर लल्लन सिंह आदि भी मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली। इस विस्फोट से पड़ोसी इरफान के मकान की खिड़की, कदीर बेग के मकान की खपरैल ढह गई।
उधर, जिला अस्पताल में तीनों बहनों को प्राथमिक उपचार देने के बाद हालत नाजुक देख उन्हें बरेली रेफर कर दिया गया। रास्ते में दो बहनों ने दम तोड़ दिया, जबकि तीसरी बहन की बरेली में उपचार के मृत्यु हो गई।-वर्जन-जहानाबाद कस्बा निवासी आतिशबाज अजीम बेग ने कस्बे से बाहर गोदाम बना रखा है, जिसमें आतिशबाजी तैयार की जाती है। उसने बिक्री करने के लिए अपने घर में अवैध रूप से आतिशबाजी के बीस पच्चीस पैकेट रख लिए थे।
पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने कहा कि मंगलवार को अपराह्न अचानक आग लगने से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे में आतिशबाज की तीन बेटियां गंभीर रूप से झुलस गई। बाद में तीनों की मृत्यु हो गई। आग लगने के कारणों की जांच कराई जा रही है।
अग्निशमन अधिकारी द्वितीय आकाश कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया जांच में उस मकान के अंदर आतिशबाजी संबंधी सामग्री रखी होना पाया गया। आतिशबाज अजीम से लाइसेंस के बाबत पूछताछ की गई तो उसने कहा कि मकान ढहने से सारे कागजात मलबे में दबे हैं। अलबत्ता उसने लाइसेंस नंबर की जानकारी दी है। बुधवार को फिर मौके पर जाकर गहराई से पूरे मामले की जांच करके कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।