लखनऊ। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार को चुनाव आयोग (Election Commission) पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि आयोग की बेईमानी के कारण ही सपा विधानसभा चुनाव और रामपुर व आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव हारी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि देश में अब कोई भी निष्पक्ष संस्था बाकी नहीं रह गई है। सरकार दबाव डालकर इन संस्थाओं से मनमाफिक काम करा रही है। सपा मुखिया ने कहा कि अगर आयोग ने ईमानदारी से काम किया होता तो नतीजे कुछ और ही होते।
सपा चीफ अखिलेश यादव ने गुरुवार को एक न्यूज एजेंसी को दिए साक्षात्कार में कहा कि उनकी पार्टी ने राज्य का पिछला विधानसभा चुनाव लोकतंत्र बचाने की अपील के साथ लड़ा था, मगर नतीजा सबके सामने है। चुनाव आयोग ने बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से काट दिए।
रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा कार्यकर्ताओं को वोट नहीं डालने दिया गया, जबकि आजमगढ़ में सपा कार्यकर्ताओं को रेड कार्ड जारी किए गए। क्या चुनाव आयोग सो रहा था? उसने हमारी शिकायतों पर ध्यान ही नहीं दिया।
अखिलेश यादव ने बिहार में हुए राजनीतिक बदलाव को सकारात्मक संकेत बताते हुए उम्मीद जताई कि वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ एक मजबूत विकल्प तैयार होगा। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में भी बिहार की तरह भाजपा को झटका लगेगा। यहां भी भाजपा के सहयोगी दल उससे खुश नहीं हैं और भविष्य में वे इस सत्तारूढ पार्टी से नाता तोड़ लेंगे।
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा से नाता तोड़कर राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस तथा कई अन्य दलों के साथ मिलकर महागठबंधन की सरकार बनाना एक सकारात्मक संकेत है। अखिलेश ने दावा किया कि प्रदेश में भाजपा के सहयोगी दल भी उससे खुश नहीं हैं। सहयोगी दलों को आखिर क्या मिल रहा है। एक दिन वे सभी उसका साथ छोड़ जाएंगे।
अखिलेश ने आरोप लगाया कि कोरोना टीके की दूसरी डोज से जुड़े आंकड़े फर्जी हैं। अस्पतालों में दवाएं और डाक्टर नहीं हैं। लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। राज्य के चिकित्सा विश्वविद्यालय में दलाल घूम रहे हैं, मंत्री और अधिकारी मनमानी कर रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समीक्षा बैठकों में व्यस्त हैं।
वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का विकल्प तैयार करने में सपा की भूमिका के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार विकल्प तैयार करने में लगे हुए हैं।
उन्होंने कहा कि इस वक्त हमारा ध्यान प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने पर है। इसी साल सपा का राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। फिलहाल पार्टी का सदस्यता अभियान चल रहा है और उसे जनता का अच्छा समर्थन मिल रहा है।